छत्तीसगढ़: हसदेव जंगल में कटाई के लिए कांग्रेस जिम्मेदार, उनके नेताओं को देखना चाहिए अनुमति किसने दी : CM विष्णुदेव साय

छत्तीसगढ़: हसदेव जंगल में कटाई के लिए कांग्रेस जिम्मेदार, उनके नेताओं को देखना चाहिए अनुमति किसने दी : CM विष्णुदेव साय

December 25, 2023 Off By NN Express

छत्तीसगढ़ में सरगुजा के हसदेव जंगल में चल रही पेड़ों की कटाई के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पेड़ों के कटाई की अनुमति कांग्रेस की सरकार थी, तब दी गई थी। साय सोमवार को बिलासपुर रवाना होने से पहले मीडिया से बात कर रहे थे।

रायपुर के पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर चर्चा के दौरान सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि पहले जो भी काम हुए, चाहे वह पेड़ों की कटाई हो या अन्य कांग्रेस सरकार की अनुमति से हो रहा है। हसदेव अरण्य में 15 हजार से ज्यादा पेड़ काटे जा रहे हैं। कांग्रेस इसके विरोध में सोमवार को प्रदर्शन करने वाली है। ​

हसदेव जंगल में चल रही पेड़ों की कटाई का आदिवासी और ग्रामीण लंबे समय से विरोध कर रहे हैं।

हसदेव जंगल में चल रही पेड़ों की कटाई का आदिवासी और ग्रामीण लंबे समय से विरोध कर रहे हैं।

स्थानीय ग्रामीणों को सिंहदेव, भगत का समर्थन हसदेव जंगल में चल रही पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे ग्रामीणों को पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने अपना समर्थन दिया है। दो दिन पहले दोनों नेता ग्रामीणों से मिलने भी गए थे। रायपुर में भी कांग्रेस इसके विरोध में शाम को प्रदर्शन करने जा रही है।

पुलिस और ग्रामीणों के बीच विवाद जारी।

पुलिस और ग्रामीणों के बीच विवाद जारी।

अब समझिए क्या है विवाद

सरगुजा के हसदेव इलाके में जंगल कोल ब्लॉक के लिए काटा जा रहा है। यहां से निकलने वाले कोयले का इस्तेमाल राजस्थान में बिजली उत्पादन के लिए किया जाएगा। खदान के विरोध में ग्रामीण और सामाजिक संगठन धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसे लेकर कई बार पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प भी हो चुकी है।

उदयपुर में पीकेईबी कोल ब्लॉक के लिए गुरुवार 21 दिसंबर से पेड़ों की कटाई शुरू की गई है। इसके लिए प्रशासन ने साल्ही, हरिहरपुर, पेंड्रीमार इलाके में फोर्स तैनात कर पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस बीच शुक्रवार को कांग्रेस जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता, महापौर डॉ अजय तिर्की की अगुवाई में धरने पर बैठे ग्रामीणों की बीच पहुंचे थे।