Ram Mandir : 84 सेकंड के अति सूक्ष्म मुहूर्त में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, समारोह में गूंजेंगे वेद पुराणों के मंत्र, यहां देखें शुभ मुहूर्त का समय..

Ram Mandir : 84 सेकंड के अति सूक्ष्म मुहूर्त में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, समारोह में गूंजेंगे वेद पुराणों के मंत्र, यहां देखें शुभ मुहूर्त का समय..

December 23, 2023 Off By NN Express

अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सिर्फ एक माह की बचा हुआ है। देश ही विदेशों से भी लोगों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में लंबे संघर्ष के बाद भव्य मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। राम मंदिर के गर्भ गृह का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इसलिए 22 जनवरी, 2024 को मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस अवसर पर आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत देश और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों के हजारों प्रभावशाली लोग हिस्सा लेंगे।

किस मुहूर्त में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा

नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देशभर के विद्वानों और चोटी के ज्योतिषाचार्यों ने मुहूर्त देखा तो पता चला कि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त होगा, जिसमें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। माना जा रहा है कि शुभ मुहूर्त का यह क्षण 84 सेकंड का मात्र होगा जो 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा। 22 जनवरी की यह तिथि पांच बाण अग्नि बाण, मृत्यु बाण, चोर बाण, नृप बाण और रोग बाण से पूरी तरह से मुक्त है। इसके कारण यह देश के लिए संजीवनी योग का निर्माण कर रही है।

बता दें कि ये मुहूर्त देश के साथ ही इस प्राण प्रतिष्ठा के यजमान पीएम नरेंद्र मोदी के लिए भी लाभकारी है। राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देश भर से 5 मुहूर्त प्रस्तावित किए गए थे। राममंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अंत में गीर्वाणवाग्वर्धिनी सभा और काशी के विद्वानों पर अंतिम निर्णय छोड़ दिया।

जानकारी के लिए बता दें कि रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के कर्मकांड की पूरी जिम्मेदारी काशी के वैदिक ब्राह्मणों पर है। काशी से ही हवन, पूजन और प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सामग्री अयोध्या जाएगी। 26 दिसंबर को काशी के ब्राह्मणों का पहला जत्था रवाना होगा। इसके साथ ही यज्ञ कुंड व पूजन मंडप का कार्य भी आरंभ हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में चारों वेदों के साथ ही कृष्ण यजुर्वेदीय शाखा के 51 वैदिक ब्राह्मण काशी से रवाना होंगे।