छत्तीसगढ़: प्रदेश में हाथियों की मौत लगातार जारी,इसका मुख्य कारण शिकारियों द्वारा लगाए गए करंट
December 16, 2023डेस्क । प्रदेश में हाथियों की मौत लगातार जारी है. इसका मुख्य कारण शिकारियों द्वारा लगाए गए करंट तार हैं. सितंबर, अक्टूबर व नवंबर माह के भीतर अब तक 5 से अधिक हाथियों की मौत हो चुकी है.
जंगली इलाकों में गश्त नहीं होने से शिकारी जाल लगा दे रहे हैं. इस जाल में फंस कर वन्यजीवों की मौत हो जा रही है. अफसर जांच की बात जरूर करते हैं, लेकिन अंत में आरोपियों तक पहुंच पाने में नाकाम दिखते हैं.दो माह के भीतर प्रदेश में 4 हाथियों की मौत मुंगेली, रायगढ़, कोरबा व महासमुंद में हुई है. इसे लेकर विभाग ने कोई बड़ा एक्शन अब तक नहीं लिया है. इधर हाथियों की मौत लगातार हो रही है, जिससे इनकी संख्या भी घटती जा रही है. इसकी एक वजह इनके लिए दायरा श्रसार कम होना है. हाथियों के कोर क्षेत्र कोरबा, अंबिकापुर समेत अन्य जगहों पर खनन भी हो रहा है. इसके चलते हाथी अपने विचरण क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्र की ओर बढ़ रहे हैं, जिसके चलते उन क्षेत्रों में खेती बर्बाद तो हो रही है और आए दिन हाथी किसी न किसी ग्रामीण को घायल कर रहे या फिर जान से भी मार दे रहे हैं.
मुंगेली क्षेत्र में करंट जाल में फंस कर मृत हाथी के 5 फरार अरोपियों को वन विभाग व पुलिस की टीम अब तक नहीं पकड़ पाई है. इसे लेकर अधिकारियों का कहना है कि इसकी जांच लगातार की जा रही है.
कटघोरा वन मंडल के पसान वन परिक्षेत्र अंतर्गत जल के सर्किल में अक्टूबर को 60 हाथियों का झुंड डेरा डाले हुआ था. इस झुंड में एक लोनर हाथी भी शामिल था, जो झुंड से अलग आसपास ही विचरण कर रहा था. लोनर हाथी विचरण के लिए निकला था. दंतैल पनगवां के बैगापार खंजरपार के जंगल से गुजर रहा था. इसी दौरान केवी करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ गया, जिससे हाथी की मौके पर ही मौत हो गई.