जनवरी 2024 तक सस्ता हो सकता है प्याज, सरकार को उम्मीद 40 रुपये प्रति किलोग्राम के नीचे हो जाएगी कीमत

जनवरी 2024 तक सस्ता हो सकता है प्याज, सरकार को उम्मीद 40 रुपये प्रति किलोग्राम के नीचे हो जाएगी कीमत

December 11, 2023 Off By NN Express

देश में जल्द ही प्याज सस्ता होने वाला है। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने आज बताया कि सरकार को उम्मीद है कि जनवरी 2024 तक प्याज की कीमतें मौजूदा औसत कीमत 57.02 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर 40 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे आ जाएंगी।

सरकार ने लगाया है प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध

आपको बता दें कि अभी पिछले हफ्ते ही सरकार ने प्याज की कीमतों को कंट्रोल करने और देश में पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के लिए 31 मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है।

सरकार की ओर से यह फैसला तब आया है जब दिल्ली में प्याज की खुदरा बिक्री कीमत 80 रुपये प्रति किलोग्राम को पार गई और मंडियों में प्याज की कीमतें 60 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास थी।

निर्यात प्रतिबंध का किसानों पर नहीं पड़ेगा असर

उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि प्याज के निर्यात प्रतिबंध के फैसले से किसानों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

क्या कहते हैं आंकड़े?

कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधार पर जुलाई महीने में प्याज की मुद्रास्फीति डबल डिजिट में रही जो अक्टूबर महीने में बढ़कर में चार साल के उच्चतम स्तर 42.1 प्रतिशत पर पहुंच गई।

आंकड़ो के मुताबिक इस वित्त वर्ष में 1 अप्रैल से 4 अगस्त के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया है। अगर मूल्य के लिहाज से बात करें को बांग्लादेश, मलेशिया और यूएई ये टॉप तीन देश हैं जिन्होंने भारत से प्याज आयात किया है।

धीरे-धीरे बढ़ रही थी प्याज की कीमत

चालू खरीफ सीजन में प्याज में कमी की खबरों के बीच प्याज की कीमतें बढ़ने लगी हैं। निर्यात पर प्रतिबंध लगाने से पहले, केंद्र सरकार ने जनता को राहत देने के लिए अक्टूबर में खुदरा बाजारों में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बफर प्याज स्टॉक की बिक्री बढ़ाने का फैसला किया था।

निर्यात प्रतिबंध के अलावा सरकार ने उठाएं हैं ये फैसले

देश में प्याज की कीमतों को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने निर्यात प्रतिबंध से पहले भी काफी कदम उठाएं हैं, जैसे इस साल 28 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक प्याज के निर्यात पर 800 अमेरिकी डॉलर प्रति टन का मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) तय किया था।