Shobhana Samarth: अपने जमाने की टॉप एक्ट्रेस थीं काजोल की नानी शोभना समर्थ, 1943 में ‘सीता’ बनकर हुईं मशहूर

Shobhana Samarth: अपने जमाने की टॉप एक्ट्रेस थीं काजोल की नानी शोभना समर्थ, 1943 में ‘सीता’ बनकर हुईं मशहूर

November 17, 2023 Off By NN Express

काजोल हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्रियों में से एक हैं। वह अक्सर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं और अपने फैंस के साथ जुड़ी रहती हैं। अब हाल ही में, एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने अपनी नानी शोभना समर्थ की 107वीं जयंती के मौके पर साल 1944 की एक अनदेखी तस्वीर शेयर की है।

एक्ट्रेस काजोल के परिवार में कई लोग हिंदी सिनेमा से जुड़े हुए हैं। एक तरफ जहां उनकी नानी शोभना समर्थ हिंदी सिनेमा का हिस्सा रही थीं, उसी तरह उनकी मां तनुजा और मौसी नूतन ने भी फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया है। काजोल खुद एक बड़ी अभिनेत्री हैं और बहन तनीषा मुखर्जी भी एक एक्ट्रेस हैं।

काजोल ने नानी के लिए लिखा खास नोट

काजोल ने अपने सोशल मीडिया हैंडल इंस्टाग्राम पर 10 सितंबर, 1944 की एक मैगजीन की तस्वीर शेयर की है। उस समय उनकी नानी इस मैगजीन में दिखाई दी थीं। तस्वीर में देखा जा सकता है कि वह भारी मुकुट समेत शाही आभूषणों से सजी नजर आ रही हैं। काजोल ने ‘द इलस्ट्रेटेड वीकली’ के कवर फोटो को शेयर करने के साथ अपनी नानी के गुणों और ताकत और उनके परिवार की अगली पीढ़ियों पर उनके प्रभाव को पोस्ट में शेयर करके प्यार बरसाया है।

एक्ट्रेस ने नोट में लिखा ‘उनके 107वें जन्मदिन पर, यहां हमारे पास ओजी सीता हैं, जो एक समय पर थीं और अब भी मेरे विचार से दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाओं में से एक हैं। अपने समय की सबसे तेज और सबसे दूरदर्शी महिलाओं में से एक। जिन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका से अपने स्वयं के फ़िल्टर खरीदे, जबकि फिल्मों में उनके क्लोज अप के लिए वे यहां उपलब्ध नहीं थे।

जो न केवल अपनी बल्कि अपनी बेटियों के वित्त को भी जानती थी और उनको मैनेज भी करती थीं और मैं इसमें बड़ी सफलता भी जोड़ सकती हूं और हां अपनी सात ग्रैंड डॉटर के पालन-पोषण में भी उनका बहुत बड़ा हाथ था। ये है सच्चा नारीवाद। उन सभी के लिए जो मुझसे पूछते हैं कि इसका क्या मतलब है और मुझे अपना दृष्टिकोण कहां से मिलता है’।

बता दें कि शोभना समर्थ को 1943 में आई हिंदी फिल्म ‘राम राज्य’ में सीता के किरदार के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है। इस फिल्म का निर्देशन विजय भट्ट ने किया था और प्रेम अदीब ने राम की भूमिका निभाई थी। यह फिल्म साल 1943 की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी।