लंबे वक्त तक लो कार्ब डाइट फॉलो करने से हो सकती हैं सेहत संबंधी ये समस्याएं

लंबे वक्त तक लो कार्ब डाइट फॉलो करने से हो सकती हैं सेहत संबंधी ये समस्याएं

November 3, 2023 Off By NN Express

पतले होने के लिए हम क्या-क्या जतन नहीं करते, कभी डाइटिंग, तो कभी तरह-तरह की ड्रिंक्स, तो कभी अलग-अलग तरह की डाइट फॉलो करना और कई बार स्लिम-ट्रीम होना तो दूर और कई तरह की दिक्कतों का शिकार हो जाते हैं। ध्यान दें सबकी बॉडी अलग होती है, तो फिट होना और वजन कम करने का सबसे आसान तरीका एक्सरसाइज है, तो पहले हमेशा इसे आजमाएं, लेकिन अगर आप किसी वजह से एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे और खानपान के जरिए बॉडी को शेप में लाने की सोच रहे हैं, तो किसी भी तरह की डाइट शुरू करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। जिससे किसी तरह के साइड इफेक्ट्स से बचे रहें।

वजन कम करने के लिए लोग बिना एक्सपर्ट की सलाह लिए लो कार्ब डाइट फॉलो करना शुरू कर देते हैं, तो जान लें इससे होने वाले नुकसान के बारे में।

लो कार्ब डाइट से होने वाले नुकसान

चक्कर आना

लो कार्ब डाइट फॉलो करने पर जिस चीज़ की लोग सबसे ज्यादा शिकायत करते हैं वो है चक्कर आना। शरीर में कार्बोहाइड्रेट एनर्जी देने का काम करते हैं, तो जब खानपान में इनकी कमी होने लगती है, तो चक्कर और कमजोरी का एहसास होता है। सीमित खानपान के ऑप्शन होने के चलते कार्बोहाइड्रेट के साथ और भी कई जरूरी न्यूट्रिशन की कमी होने लगती है, जिसका शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

मसल क्रैंप्स

लंबे समय तक लो कार्ब डाइट फॉलो करने से मसल क्रैंप्स की प्रॉब्लम भी देखने को मिल सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह की डाइट लेने से शरीर में पानी की भी कमी होने लगती है और जब शरीर के लिए जरूरी मिनरल्स नहीं मिल पाते, तो मसल क्रैंप्स की दिक्कत होने लगती है।

कमजोरी का एहसास

जैसा कि ऊपर बताया गया है कि कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन शरीर को एनर्जेटिक व एक्टिव बनाए रखने में मदद करते हैं, वहीं जब आप लो कार्ब डाइट लेते हैं, तो ये आपकी वजन घटाने में तो हेल्प कर सकते हैं, लेकिन इससे आपको ज्यादातर वक्त कमजोरी और थकान का एहसास होता रहता है। जिससे आपका डेली रूटीन प्रभावित हो सकता है।

हार्ट प्रॉब्लम्स

लो कार्ब डाइट आपकी हार्ट पर भी बुरा असर डालती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो बिना कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट फॉलो करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन पर भी बुरा असर पड़ता है। ब्लड सर्कुलेशन में किसी भी तरह की डिस्टर्बेंस हार्ट के लिए खतरा बन सकती है।