नोएडा की “आंटी” चाय बेचकर हर महीने 1 लाख कमाती! 22 साल से यहां है दुकान

नोएडा की “आंटी” चाय बेचकर हर महीने 1 लाख कमाती! 22 साल से यहां है दुकान

October 27, 2023 Off By NN Express

शांति देवी ने बताया कि उनके पति बीते 2001 में किसी बीमारी के कारण गुजर गए तो छोटे बच्चो का भार उनके सिर पर आ गया. जिसके बाद इसको शुरू किया और बच्चो को पढ़ा लिखाकर कर उनका भरण पोषण इसी स्टॉल से करती हैं. लगभग 22 साल से आंटी स्वादिष्ट चाय बनाकर पिला रही हैं.

नोएडा. देश के किसी भी कोने पर आप चले जाएं आपको चाय के शौकीन हर जगह मिल जाएंगे. आपको हर गली नुक्कड़ पर चाय की दुकान भी मिल ही जाएगी. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी चाय की दुकान के बारे में बताएंगे जहां पिछले 22 साल से लोगों को बेहतरीन चाय का स्वाद मिल रहा है. नोएडा के सेक्टर 15 में शांति देवी नाम की महिला अपने पति के मृत्यु के बाद से यहां पर चाय की दुकान चलाती हैं. उनकी चाय का स्वाद इतना बढ़िया है की वह आसपास के इलाके में “आंटी चायवाली” के नाम से मशहूर हैं.

अगर आपको थकान या स्ट्रेस महसूस हो रहा है और आप चाय पीने के शौकीन है तो आप आंटी चाय वाली की चाय पीकर अपने आपको तरोताजा जरूर महसूस करेंगे. आपको बता दें कि नोएडा के सेक्टर 15 के पार्किंग के पास शांति देवी नाम की महिला करीब 22 सालों से चाय की दुकान चलाती हैं. आंटी की कुल्हड़ वाली चाय बच्चे, युवा या बूढ़े हर उम्र के लोग पसंद करते है.

2001 में हुई थी पति की मृत्यु
शांति देवी ने बताया कि उनके पति बीते 2001 में किसी बीमारी के कारण गुजर गए तो छोटे बच्चो का भार उनके सिर पर आ गया. जिसके बाद इसको शुरू किया और बच्चो को पढ़ा लिखाकर कर उनका भरण पोषण इसी स्टॉल से करती हैं. लगभग 22 साल से आंटी स्वादिष्ट चाय बनाकर पिला रही हैं. लीला देवी ने बताया कि महीने में 1 लाख भी कमा लेती हूं. आंटी की कुल्हड़ वाली चाय 15 रूपए की है. शुगर फ्री चाय 15 रूपए की है. वहीं नॉर्मल दूध वाली चाय 10 रूपए की है.

आंटी चाय वाली के नाम से मशहूर है शांति देवी
शांति देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी दुकान का कोई नाम नहीं रखा, लेकिन उनके यहां आने वाला हर ग्राहक उन्हें आंटी के नाम से ही बुलाता है. इसलिए अब हर कोई उन्हें आंटी चाय वाली के नाम से ही जानता है. आंटी की चाय इतनी स्वादिष्ट है की यहां पढ़ने और नौकरी करने वाले हर उम्र के लोग उनकी दुकान पर आते हैं. कई साल से यहां चाय पी रहे पवन जुनेजा का कहना है कि यहां की चाय लंबे समय से पी रहे है. जब भी उन्हे स्ट्रेस या थकान महसूस होता है, सुबह-शाम चाय पीने आंटी के यहां ही आते है.