छत्तीसगढ़ में अब नए कलेक्टर, एसपी कौन…? ? ?

छत्तीसगढ़ में अब नए कलेक्टर, एसपी कौन…? ? ?

October 12, 2023 Off By NN Express

रायपुर,12 अक्टूबर। रायगढ़ व बिलासपुर कलेक्टर के लिए चुनाव आयोग किन दो नामों पर मुहर लगायेगा ? इसे लेकर ब्यूरोक्रेसी में अटकलों का दौर जारी है। इधर खबर ये है कि छत्तीसगढ़ निर्वाचन कार्यालय से गुरूवार शाम तक कलेक्टर के लिए तीन-तीन नामों का पैनल भेज दिया जायेगा। नियम के मुताबिक चीफ सिकरेट्री कार्यालय की तरफ से नामों का पैनल पहले CEO कार्यालय को भेजा जायेगा, जहां से ECI को लिस्ट फारवर्ड हो जायेगा।जानकारी के मुताबिक जिन नामों का पैनल तैयार हो रहा है।  उनमें हिमशिखर गुप्ता, बसव राजू, शम्मी आबिदी, अवनीश शरण, अय्याज तंबोली , रीतेश अग्रवाल, जीतेन्द्र शुक्ल,रमेश शर्मा के नाम हैं। इससे पहले कल ही चुनाव आयोग ने दो कलेक्टर, तीन एसपी व 2 ASP को हटाते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को निर्देश दिया था कि जिन सात अधिकारियों को हटाया गया है, उनके लिए तीन-तीन नामों का पैनल आयोग को भेजे ।

आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने बुधवार को बड़ा एक्शन लेते हुए छत्तीसगढ़ के दो IAS व 3 IPS समेत कुल 7 अफसरों को हटाने का आदेश दिया है। जिसमें बिलासपुर कलेक्टर संजीव झा, रायगढ़ कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा, राजनांदगांव एसपी अभिषेक मीणा, दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा व कोरबा एसपी उदय किरण के अलावे बिलासपुर एएससी अभिषेक महेश्वरी व दुर्ग एएसपी संजय ध्रुव के नाम शामिल थे। साथ ही फूड विभाग के स्पेशल सिकरेट्री मनोज सोनी को भी आयोग ने हटा दिया था।आपको बता दें कि चुनाव आयोग के निर्देश के आधे घंटे बाद ही दोनों कलेक्टर ने अपना प्रभार भी चुनाव आयोग को सौंप दिया था। जिसके बाद देर रात आदेश जारी करते हुए दोनों कलेक्टर को बिना प्रभार के ही संयुक्त सचिव के तौर पर मंत्रालय में पदस्थ कर दिया गया है।

पैनल पर चुनाव आयोग लेगा अंतिम फैसला
दरअसल चुनाव आयोग जब भी आचार संहिता के दौरान इस तरह की कार्रवाई करता है, तो वो नामों का पैनल मंगवाता है। नामों का पैनल मंगवाने के बाद आयोग की तरफ से उनमें से एक-एक नामों पर मुहर लगायी जाती है। हालांकि कई बार ऐसा भी होता है, जब नामों को लेकर आयोग संतुष्ट नहीं होता, तो वो पैनल में भेजे नामों को रिजेक्ट कर देता है और दोबारा से पैनल मंगाये जाते हैं। इस बार चुनाव आयोग का रूख सख्त है, लिहाजा कुछ भी हो सकता है। ऐसे में देखना ये होगा कि पहले ही पैनल से नामों पर मुहर लगेगी या फिर दोबारा से पैनल मंगाया जायेगा।

ज्यादा ऑप्शन आयोग के पास है नहीं
दरअसल जितने भी IAS/IPS इन पांच सालों में हाशिये पर थे, उनमे से ज्यादातर नाम पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल है। लिहाजा कलेक्टर के नामों के लिए ज्यादा ऑप्शन है नहीं। खबरें तो ये भी है कि चुनाव आयोग की कार्रवाई की एक और लिस्ट आ सकती है। जिसमें भी कुछ कलेक्टर व एसपी के नाम हो सकते हैं।