7 माह के बच्चे के पेट में पनप रहा था एक और बच्चा, ऐसे चला पता….

7 माह के बच्चे के पेट में पनप रहा था एक और बच्चा, ऐसे चला पता….

July 29, 2023 Off By NN Express

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक 7 माह के बच्चे के पेट में एक और बच्चा विकसित होने का अनूठा मामला सामने आया है. बच्चे का लगातार फूल रहा पेट देखते हुए डॉक्टरों ने पहले सिटी स्कैन किया. इससे डॉक्टरों को पता चला कि बच्चे के पेट में भ्रूण है. जिसके बाद मोतीलाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज के सरोजनी नायडू चिल्ड्रन अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर 7 माह के बच्चे के पेट से भ्रूण को निकाला है. भ्रूण निकाले जाने के बाद बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है. TV9 भारतवर्ष को जानकारी देते हुए डॉक्टर डी. कुमार ने बताया कि बच्चे का ऑपरेशन लगभग 4 घंटे तक चला. यह ऑपरेशन काफी क्रिटिकल होता है. फिलहाल बच्चा अब डॉक्टरों की निगरानी में है.

बता दें कि प्रतापगढ़ कुंडा के रहने वाले प्रवीण कुमार शुक्ला की पत्नी ने 7 माह पहले एक बेटे को जन्म दिया था. जन्म देने के बाद ही मां की मृत्यु हो गई थी. उस वक्त बच्चे के पेट में काफी दिक्कतें हो रही थी. जिसको लेकर उन्होंने तमाम अस्पतालों में दिखाया. लेकिन किसी ने यूरिन प्रॉब्लम तो किसी ने कुछ बताया. लेकिन बच्चा का पेट लगातार फूलता रहा. 7 माह में बच्चे का वजन 8 किलो के करीब हो गया.

डॉक्टरों को ऐसे चला पता

इसके बाद प्रवीण शुक्ला बच्चे के फूलते पेट को लेकर काफी चिंतित रहता था. एक दिन में प्रवीण ने लखनऊ के एसजीपीजीआई जाकर भी अस्पताल में दिखाया. पैसा न होने के चलते सही इलाज नहीं हो पाया. उसके बाद प्रवीण ने प्रयागराज के चिल्ड्रन अस्पताल का सहारा लिया. जहां पर डॉक्टरों ने सिटी स्कैन कर पता लगाया तो बच्चे के पेट में एक और भ्रूण निकला. जो कि अर्ध विकसित मेल था.

7 माह में बच्चे का वजन हुआ 8 किलो

डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उस मृत भ्रूण को निकाला तो उसमें हाथ पैर और बाल विकसित हो रहे थे. उस मृत भ्रूण का वजन लगभग 2 किलोग्राम के आसपास का था. पहले बच्चे का कुल वजन 8 किलो का था. ऑपरेशन के बाद अब बच्चे का वजन 6 किलो हो गया है. डॉक्टरों की मानें तो इस तरह का मामला कई साल पहले भी सामने आ चुका है. भारत की अगर बात करें तो 200 मामले ही अब तक इस तरह के सामने आए होंगे.

सब कुछ सही रहता तो होता जुड़वा बच्चा

डॉक्टर अरुण गुप्ता की मानें तो जब मां के गर्भ में इस बच्चे का विकसित हो रहा था तो उस वक्त दूसरा भ्रूण विकसित नहीं हो रहा था. दोनों भ्रूण का एक साथ विकसित न होने के चलते मां ने उस बच्चे को जन्म तो जरूर दे दी. लेकिन उस बच्चे के पेट में दूसरा भ्रूण पूरी तरीके से तैयार नहीं हुआ. जिसके चलते इस तरह की समस्या सामने आई. अगर सब कुछ ठीक रहता और दोनों भ्रूण एक साथ विकसित होते तो महिला जुड़वा बच्चे को जन्म देती.