RAIPUR : पर्व वही जो पावन करे और धर्म वही जो स्व-पर को आनंद प्रदान करे 

RAIPUR : पर्व वही जो पावन करे और धर्म वही जो स्व-पर को आनंद प्रदान करे 

October 6, 2022 Off By NN Express

रायपुर ,06 अक्टूबर । पद्मप्रभ दिगंबर जैन मंदिर लाभांडी में बुधवार को ससंघ विराजित आचार्य विशुद्ध सागर महाराज ने कहा कि जहां स्व-पर का आनंद नहीं है, वह धर्म,धर्म नहीं है। पर्व वही है जो पावन करे और धर्म वही है जो स्व-पर को आनंद प्रदान करे। पानी की शीतलता चाहिए तो वहां स्वर्ण कलश नहीं मिट्टी का मटका चाहिए। जैसे मिट्टी के मटके में पानी शीतल रहता है,ऐसे ही धर्म भी वही है जो स्व-पर को शीतल कर दे, जिसका आश्रय लेने से आप भी शांति का वेदन करें और दूसरा भी शांति का वेदन करें,उसका नाम धर्म है।

आचार्य ने कहा कि धर्म का तात्पर्य स्वयं की खुशियां नहीं है,एक पटाखे को फोड़कर आप खुशियां मनाते हो, लेकिन जहां तक धुंआ जाएगा,जहां तक चिंगारियां जाएगी तो वातावरण में उपस्थित अनंत जीवों के साथ क्या होगा,आपने कभी सोचा है ? साथ ही पर्यावरण भी प्रदूषित होगा। ग्रंथ धम्म रसायण कह रहा है कि विषाक्त रस रिसे वह धर्म नहीं है। जहां पर वनस्पतिक़ायक से लेकर पृथ्वी, वायु, जल और अग्निकायक,संपूर्ण स्थावर दो इंद्रिय से लेकर पांच इंद्रिय जीव तक आनंद से विभोर हो जाएं,उसका नाम धम्म रसायण है।आचार्य ने कहा कि हमेशा विवेक से सुनना और कभी भी एक शब्द सुनकर प्रभावित नहीं होना। आप यहां आए,यहां आपको किसी ने बुलाया तो वह निमित्त है। ऐसा कहना चाहिए कि आपकी अज्ञानता पर विजय होने वाली थी इसलिए विजयदशमी में आप यहां आए। श्रीराम और लक्ष्मण ने रावण पर विजय प्राप्त की है यह गौण वृत्ति है, सत्य यह है उन्होंने अज्ञानता और असंयम पर विजय प्राप्त की है। कोई भी बात सुनो,कहीं भी सुनो लेकिन किंचित मात्र भी प्रभावित नहीं होना। कान भले ही छोटे-छोटे हैं लेकिन मस्तिष्क बड़ा होता है। किसी की जीभ से सुना,अपने कानों से सुना लेकिन निर्णय मत लेना। जैसे सीधी लाइन के लिए ट्रांसफार्मर है, ऐसे ही आपका मस्तिष्क आपके जीवन का ट्रांसफार्मर है। इससे सोचने के बाद ही निर्णय करना, बगैर सोचे धर्म नहीं स्वीकारना,नहीं तो श्रद्धा समाप्त हो जाएगी,धर्म समाप्त हो जाएगा

जीवन में विजय प्राप्त करनी है तो मीठा बोलना सीख जाओ


मुनि प्रणेय सागर ने कहा कि  पूरा इस दुनिया में सबसे मीठी चीज वचन है। जिसको मीठा खाना पसंद है तो आज से मीठा बोलना भी सीख जाओ। विजयदशमी के दिन विजय प्राप्त करनी है तो मीठा बोलना सीख जाओ। आपको सही में यदि विजय प्राप्त करनी है तो जानिए कि यहां मंचासीन बैठे आचार्य भगवन व मुनिराज सही विजय प्राप्तकर्ता हैं। ये सभी गृहस्थी के युद्ध से लड़ कर,विजय प्राप्त कर यहां बैठे हैं। ऐसा नहीं है कि इन्हीं को वैराग्य हुआ है,हर किसी के जिंदगी में वैराग्य का क्षण आता है, मगर जो वैराग्य के क्षण में जीत जाता है वह यहां बैठ जाता है और जो हार जाता है वह नीचे बैठता है। यह अंत नहीं है, आप भी कोशिश कर सकते हो। आप ध्यान से देखो जो यहां मंचासीन हैं,जो जीत कर आए हैं,उनके चेहरे पर कितनी चमक है, उनकी पूजा होती है। आज पूरा देश पूजा कर रहा है। आप भी आज इन जीतने वालों की पूजा करने आए हो,ये सभी प्रतिक्षण अपने आत्मकल्याण में, अपने निज भाव में जी रहे हैं,लेकिन आप लोग ढंग से जी भी ही नहीं रहे हो, आपको खुशी से जीना नहीं आता है। इसलिए आज से मीठे वचन बोलना,कम से कम आप के मीठे वचन से आपका परिवार तो सुख में जीएगा, आपके भाई बंधु सुख में जीएंगे और उनका प्यार आपको मिलेगा तो आपभी सुखी होंगे। सोचें सुबह उठकर किसी से मीठे वचन सुनने मिल जाए तो कितना आनंद आएगा। जैसे आज के दिन श्रीरामचंद्र ने विजय प्राप्त की,वे मात्र तीन ही निकले थे, मध्य में जानकी छीन गई,लेकिन श्रीराम के पास मीठे वचन की शक्ति थी तो कितने लोग उनसे जुड़ते गए और विजय प्राप्त हुई। रामचंद्र के पास मीठे वचन, सत्य,स्वच्छ भोजन व निर्मल चारित्र था,इसी कारण उन्हें विजय प्राप्त हुई है। आज हमें इस त्यौहार के दिन यही लक्ष्य बनाना है कि जब भी मुंह से कोई भी शब्द निकले बस मीठे ही निकले, कभी भी ऐसा शब्द मुंह से नहीं निकले जो किसी के दिल में बाण की तरह की तरह चुभे।

गुरु भक्तों ने आचार्य का पाद प्रक्षालन व शास्त्र भेंट कर लिया आशीर्वाद


धर्मसभा में रायपुर अग्रवाल सभा के अध्यक्ष विजय अग्रवाल,अशोक अग्रवाल चेयरमैन छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन,कीर्ति व्यास अध्यक्ष गुजराती ब्रह्म समाज, डॉक्टर एसएन कुमार व जवाहर खन्ना पंजाबी सनातन सभा, दिवाकर इलाहाबाद हाईकोर्ट न्यायाधीश, प्रवीण जैन डायरेक्टर रायपुर एयरपोर्ट,पंकज जैन जज बिलासपुर हाईकोर्ट,श्याम गुप्ता डायरेक्टर शिवनाथ मोटर्स विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित थे। सभी विशेष अतिथियों ने धर्मसभा में दीप प्रज्वलन व आचार्य विद्यासागर महाराज एवं आचार्य विराग सागर महाराज के चित्र का अनावरण किया। धर्मसभा में मंगलाचरण प्रवीण जैन हासन ने किया। आचार्य का पाद प्रक्षालन कर श्याम गुप्ता ने आशीर्वाद लिया। नवीन शास्त्र धम्म रसायण भेंट व ध्वजारोहण का सौभाग्य हनुमान प्रसाद जी,राजकुमार,विनोद कुमार,दिलीप कुमार, बड़जात्या परिवार एवं पदमचंद जी,जितेंद्र कुमार गदीया को प्राप्त हुआ। आज श्रीजी की शांति धारा के पुण्यार्जक धर्मचंद उषा गंगवाल, रतनलाल जी, विपिन क्षेत्रपालिया रहे। मंच संचालन अरविंद जैन व विवेक जैन ने किया। धर्मसभा में दिगंबर जैन समाज रायपुर सहित विभिन्न प्रांतों से गुरु भक्त बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

6 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा आचार्य के संघस्थ 8 मुनिराजों का दीक्षा दिवस


चर्या शिरोमणि आचार्य विशुद्ध सागर महाराज ससंघ का पद्मप्रभ दिगंबर जैन मंदिर लाभांडी रायपुर में मंगल सानिध्य 10 अक्टूबर तक प्राप्त होगा। रोजाना प्रातः 7:30 बजे आचार्य के मुखारविंद से शांति धारा के पश्चात 8:30 बजे से एवं दोपहर 3:30 बजे प्रतिदिन प्रवचन का लाभ प्राप्त होगा। 6 अक्टूबर को मुनिवर प्रणेय सागर महाराज,प्रणव सागर महाराज,प्रणीत सागर महाराज,प्रणुत सागर महाराज,संकल्प सागर महाराज,सारस्वत सागर महाराज,संजयंत सागर महाराज,संयत सागर महाराज का भव्य दीक्षा दिवस मनाया जाएगा।

आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के संघस्थ परम प्रभावक शिष्यों में से 8 शिष्य मुनिवरों का दीक्षा दिवस पद्मप्रभ जिनालय लाभांडी में गुरुवार को समय दोपहर 2 बजे से धूमधाम से मनाया जाएगा। भव्य दीक्षा दिवस समारोह में विशुद्ध आगमवाणी स्थल पर आचार्य गुरुवर के पाद प्रक्षालन  एवं शास्त्र भेंट पश्चात समस्त दीक्षित मुनिवरों के मंगल प्रवचन एवं पुज्य आचार्य गुरुदेव की अमृतवाणी आगम वाणी मंगल प्रवचन के कार्यक्रम में उपस्थित होकर धर्म लाभ लेने की अपील पद्मप्रभ दिगंबर जैन भक्त परिवार लाभांडी रायपुर ने की है।

आचार्य ने कहा कि भारत भूमि किसी का चेहरा देखकर उसके साथ भागने वाली नारियों का देश नहीं है। यहां तो शील की रक्षा के लिए अनेकों अनेक महारानियों ने जौहर किया है,पापियों को अपने शरीर को छूने नहीं दिया है। आज आप रावण को क्यों देखते हो,जानकी को क्यों नहीं देखते हो,आज तो जानकी के विजय का दिन है। रावण ने न जाने क्या-क्या लोभ दिए थे, सोने की लंका और अपनी महारानी मंदोदरी को सेवा में लगाने कहा था लेकिन जानकी ने कहा था कि हे लंकेश- जो चारित्रहीन है,मांस व शराब का, पर स्त्री का सेवन करने वाला है,ऐसे लोगों की संपत्ति मात्र पूर्व पुण्य का मल है। जो शीलवंत है उसकी दरिद्रता भी आभूषण है

जीवन में विजय प्राप्त करनी है तो मीठा बोलना सीख जाओ


मुनि प्रणेय सागर ने कहा कि  पूरा इस दुनिया में सबसे मीठी चीज वचन है। जिसको मीठा खाना पसंद है तो आज से मीठा बोलना भी सीख जाओ। विजयदशमी के दिन विजय प्राप्त करनी है तो मीठा बोलना सीख जाओ। आपको सही में यदि विजय प्राप्त करनी है तो जानिए कि यहां मंचासीन बैठे आचार्य भगवन व मुनिराज सही विजय प्राप्तकर्ता हैं। ये सभी गृहस्थी के युद्ध से लड़ कर,विजय प्राप्त कर यहां बैठे हैं। ऐसा नहीं है कि इन्हीं को वैराग्य हुआ है,हर किसी के जिंदगी में वैराग्य का क्षण आता है, मगर जो वैराग्य के क्षण में जीत जाता है वह यहां बैठ जाता है और जो हार जाता है वह नीचे बैठता है। यह अंत नहीं है, आप भी कोशिश कर सकते हो। आप ध्यान से देखो जो यहां मंचासीन हैं,जो जीत कर आए हैं,उनके चेहरे पर कितनी चमक है, उनकी पूजा होती है। आज पूरा देश पूजा कर रहा है।

आप भी आज इन जीतने वालों की पूजा करने आए हो,ये सभी प्रतिक्षण अपने आत्मकल्याण में, अपने निज भाव में जी रहे हैं,लेकिन आप लोग ढंग से जी भी ही नहीं रहे हो, आपको खुशी से जीना नहीं आता है। इसलिए आज से मीठे वचन बोलना,कम से कम आप के मीठे वचन से आपका परिवार तो सुख में जीएगा, आपके भाई बंधु सुख में जीएंगे और उनका प्यार आपको मिलेगा तो आपभी सुखी होंगे। सोचें सुबह उठकर किसी से मीठे वचन सुनने मिल जाए तो कितना आनंद आएगा। जैसे आज के दिन श्रीरामचंद्र ने विजय प्राप्त की,वे मात्र तीन ही निकले थे, मध्य में जानकी छीन गई,लेकिन श्रीराम के पास मीठे वचन की शक्ति थी तो कितने लोग उनसे जुड़ते गए और विजय प्राप्त हुई। रामचंद्र के पास मीठे वचन, सत्य,स्वच्छ भोजन व निर्मल चारित्र था,इसी कारण उन्हें विजय प्राप्त हुई है। आज हमें इस त्यौहार के दिन यही लक्ष्य बनाना है कि जब भी मुंह से कोई भी शब्द निकले बस मीठे ही निकले, कभी भी ऐसा शब्द मुंह से नहीं निकले जो किसी के दिल में बाण की तरह की तरह चुभे।

गुरु भक्तों ने आचार्य का पाद प्रक्षालन व शास्त्र भेंट कर लिया आशीर्वाद
धर्मसभा में रायपुर अग्रवाल सभा के अध्यक्ष विजय अग्रवाल,अशोक अग्रवाल चेयरमैन छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन,कीर्ति व्यास अध्यक्ष गुजराती ब्रह्म समाज, डॉक्टर एसएन कुमार व जवाहर खन्ना पंजाबी सनातन सभा, दिवाकर इलाहाबाद हाईकोर्ट न्यायाधीश, प्रवीण जैन डायरेक्टर रायपुर एयरपोर्ट,पंकज जैन जज बिलासपुर हाईकोर्ट,श्याम गुप्ता डायरेक्टर शिवनाथ मोटर्स विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित थे। सभी विशेष अतिथियों ने धर्मसभा में दीप प्रज्वलन व आचार्य विद्यासागर महाराज एवं आचार्य विराग सागर महाराज के चित्र का अनावरण किया। धर्मसभा में मंगलाचरण प्रवीण जैन हासन ने किया। आचार्य का पाद प्रक्षालन कर श्याम गुप्ता ने आशीर्वाद लिया। नवीन शास्त्र धम्म रसायण भेंट व ध्वजारोहण का सौभाग्य हनुमान प्रसाद जी,राजकुमार,विनोद कुमार,दिलीप कुमार, बड़जात्या परिवार एवं पदमचंद जी,जितेंद्र कुमार गदीया को प्राप्त हुआ। आज श्रीजी की शांति धारा के पुण्यार्जक धर्मचंद उषा गंगवाल, रतनलाल जी, विपिन क्षेत्रपालिया रहे। मंच संचालन अरविंद जैन व विवेक जैन ने किया। धर्मसभा में दिगंबर जैन समाज रायपुर सहित विभिन्न प्रांतों से गुरु भक्त बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

6 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा आचार्य के संघस्थ 8 मुनिराजों का दीक्षा दिवस


चर्या शिरोमणि आचार्य विशुद्ध सागर महाराज ससंघ का पद्मप्रभ दिगंबर जैन मंदिर लाभांडी रायपुर में मंगल सानिध्य 10 अक्टूबर तक प्राप्त होगा। रोजाना प्रातः 7:30 बजे आचार्य के मुखारविंद से शांति धारा के पश्चात 8:30 बजे से एवं दोपहर 3:30 बजे प्रतिदिन प्रवचन का लाभ प्राप्त होगा। 6 अक्टूबर को मुनिवर प्रणेय सागर महाराज,प्रणव सागर महाराज,प्रणीत सागर महाराज,प्रणुत सागर महाराज,संकल्प सागर महाराज,सारस्वत सागर महाराज,संजयंत सागर महाराज,संयत सागर महाराज का भव्य दीक्षा दिवस मनाया जाएगा।



आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के संघस्थ परम प्रभावक शिष्यों में से 8 शिष्य मुनिवरों का दीक्षा दिवस पद्मप्रभ जिनालय लाभांडी में गुरुवार को समय दोपहर 2 बजे से धूमधाम से मनाया जाएगा। भव्य दीक्षा दिवस समारोह में विशुद्ध आगमवाणी स्थल पर आचार्य गुरुवर के पाद प्रक्षालन  एवं शास्त्र भेंट पश्चात समस्त दीक्षित मुनिवरों के मंगल प्रवचन एवं पुज्य आचार्य गुरुदेव की अमृतवाणी आगम वाणी मंगल प्रवचन के कार्यक्रम में उपस्थित होकर धर्म लाभ लेने की अपील पद्मप्रभ दिगंबर जैन भक्त परिवार लाभांडी रायपुर ने की है।