प्रेमी के साथ भागी बहन तो परिवार ने निकाली अर्थी,  पिता बोले- खराब कर दी परिवार की इज्जत

प्रेमी के साथ भागी बहन तो परिवार ने निकाली अर्थी, पिता बोले- खराब कर दी परिवार की इज्जत

July 5, 2023 Off By NN Express

पटना I बिहार के पूर्णिया में प्रेमी के साथ भागने के बाद एक और बहन की अर्थी निकाली गई है. पहले शादी से एक दिन पहले एक लड़की प्रेमी के साथ भाग गई थी तो भाई ने बहन की सांकेतिक अर्थी निकालकर उसका दाह संस्कार कर दिया था.

इस बार शादी से एक महीने पहले लड़की मार्कशीट निकालने के बहाने घर से निकली फिर प्रेमी के साथ भाग गई. इससे नाराज भाई ने उसके कपड़ों की अर्थी सजाकर विधि विधान के साथ उसका दाह संस्कार कर दिया.

दरअसल पूर्णिया के एक मोहल्ले की रहने वाली प्रियंका 27 जून को घर से मार्कशीट लाने की बात कहकर निकली थी. देर शाम तक भी जब वह नहीं लौटी तो घरवालों ने उसकी तलाश शुरू कर दी. परिजन परेशान होकर पूरी रात उसकी हर जगह तलाश करते रहे लेकिन वह नहीं मिली.

बेटी की तलाश में परेशान रहे घरवाले

अगले दिन घरवालों को पता चला कि उसका प्रेम प्रसंग था और वह नीरज कुमार नाम के लड़के के साथ फरार हो गई. इसके बाद घरवालों ने जिले के नगर थाना क्षेत्र के चम्पानगर बाजार के रहने वाले मनोज कामती के बेटे नीरज कुमार के खिलाफ लड़की के किडनेपिंग का केस दर्ज कराया.

केस दर्ज कराने के बाद पुलिस ने धर- पकड़ शुरू कर दिया. लड़के के परिवार वालों से पूछताछ और लड़के के बारे में जानने के लिए दबाव बनाया तो लड़की ने घरवालों को फोन कर कहा कि वह अपनी मर्जी से नीरज के साथ गई है और उसके साथ ही जीना मरना चाहती है.

कुश का शव और कपड़ों का दाह संस्कार

इसके बाद प्रियंका का भाई प्रशांत सिंह इस कदर नाराज हो गया कि उसने बहन की अर्थी निकाल दी. प्रशांत ने पहले बहने के कपड़ों और कुश से उसका शव बनाया फिर उसपर उसकी तस्वीर लगाकर तीन दोस्तों के साथ उसकी अर्थी उठाई और पूरे गांव घुमाया. इसके बाद विधि विधान से श्मशान ले जाकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया.

इस दौरान प्रियंका के पिता ने बिलखते हुए कहा कि उसने बड़े प्यार से प्रियंका को पाला था. आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद भी कोशिश रही कि उसे किसी चीज की कभी नहीं हो. बीए तक पढ़ाया. एक महीने बाद उसकी शादी थी लेकिन उसने हमारी इज्जत खराब कर दी वो अब हमारे लिए मर चुकी है.

भाई ने कहा बहन हमारे लिए मर गई

वहीं प्रियंका के भाई प्रशांत सिंह ने कहा कि मेरी बहन ने पिता की इज्जत को नीलाम कर दिया. आज हमें सर झुकाकर घर से बाहर निकलना पड़ता है. जिस लड़के के साथ वह भागी उसके घरवालों ने हमारे पिता को जलील किया. हमारी बहन हमारे लिए मर चुकी है. इसलिए हमने उसका अंतिम संस्कार कर दिया है.