Google Spelling: गूगल की स्पेलिंग में दो नहीं 10 ‘O’, क्या होता है मतलब?
June 29, 2023क्या, क्यों, कब, कहाँ, कौन, कैसे… क्या आपके मन में कोई सवाल है? चलो गूगल कर लेते हैं. किसी भी सवाल का जवाब ढूंढना हो तो गूगल की शरण में आना आम बात है. गूगल एक ऐसी जगह है जहां इंफॉर्मेशन का भंडार मौजूद है. यह दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है. इंटरनेट चलाते समय इसका इस्तेमाल करना सामान्य बात है. इस सर्च इंजन की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इंटरनेट को मौलिक अधिकार माना है. अब इंटरनेट चलेगा तो गूगल का इस्तेमाल होगा.
ये तो हुई गूगल की बात, लेकिन क्या आपने कभी इसकी स्पेलिंग पर ध्यान दिया है? अब इसमें हैरानी की क्या बात है, Google की स्पेलिंग Google है. लेकिन यहां हम दो ‘O’ नहीं बल्कि दस ‘O’ की बात कर रहे हैं. अगर आप सोचते हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है तो हम आपको बता दें कि गूगल की स्पेलिंग में दस ‘O’ होना बिल्कुल सच है. आइए देखें कि हम इन दस ‘O’ को कैसे देख सकते हैं.
गूगल की स्पेलिंग में ऐसे दिखेंगे दस ‘O’
Google का इस्तेमाल किसी सवाल का जवाब ढूंढने, कोई जानकारी हासिल करने, या कुछ और सर्च करने जैसे काम के लिए किया जाता है. अगर आप गूगल पर कुछ सर्च करते हैं तो सर्च रिजल्ट सामने आ जाते हैं. यहीं पर आपको थोड़ा एक्टिव रहना होगा.
गूगल एक बार में सर्च रिजल्ट का एक पेज दिखाता है. लेकिन पेज के नीचे जाने पर आपको Google की स्पेलिंग में दस ‘O’ दिखेंगे. इन दस ‘O’ का मतलब है कि आप सर्च रिजल्ट के दस पेज आराम से देख सकते हैं.
एक बार में दिखते हैं सर्च रिजल्ट के 10 पेज
इसका मतलब यह है कि गूगल आपको एक बार सर्च करने पर सर्च रिजल्ट के दस पेज देखने की अनुमति देता है. अगर आप पेज नंबर ग्यारह या उससे ज्यादा पेज देखना चाहते हैं तो ‘Next’ पर क्लिक करना होगा. ये तो हुई गूगल के दस ‘O’ की बात, अब थोड़ा गूगल और इसकी स्पेलिंग के बारे में भी जान लेते हैं.
ऐसे बना आज का गूगल
गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है. 4 सितंबर 1998 को अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने गूगल की शुरुआत की. उस समय ये दोनों कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पीएचडी के स्टूडेंट थे. सर्च इंजन का नाम पहले Backrub रखा जाना था, लेकिन बात नहीं बन पाई.
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि Google एक गलत स्पेलिंग है. गूगल की सही स्पेलिंग Googol है, जिसका मतलब है 1 के पीछे 100 जीरो होता है. यानी ऐसी जगह जहां इंफॉर्मेशन की भरमार हो. गूगल के फाउंडर्स ने Googol नाम फाइनल कर लिया था, लेकिन टाइपिंग की गलती के कारण Google एक डोमेन के रूप में रजिस्टर हो गया. तब से लेकर आज तक गूगल का सफर जारी है.