Health Tips: जूझ रहे हैं Insomnia से, तो ये आयुर्वेदिक उपाय देंगे सुकून भरी नींद

Health Tips: जूझ रहे हैं Insomnia से, तो ये आयुर्वेदिक उपाय देंगे सुकून भरी नींद

June 4, 2023 Off By NN Express

Health Tips: अनिद्रा यानी नींद न आना, एक ऐसी गंभीर समस्या है, जो आज के समय में सामान्य होती जा रही है। आप ने भी अपने आसपास कई लोगों को नींद न आने के बारे में बात करते हुए सुना होगा। वैसे तो इंसोम्निया के इलाज के लिए कई तरीके हैं, जिसमें तरह-तरह की दवाएं खानी पड़ती हैं। वहीं कुछ लोगों को दवाएं खाना पसंद नहीं होता, तो ऐसे लोग आयुर्वेदिक तरीका भी आजमा सकते हैं।

भारत में एलोपैथी से पहले आयुर्वेद चिकित्सा का मुख्य माध्यम था, जिसने सदियों से लोगों की परेशानियां दूर की हैं। वहीं आज भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो बड़ी से बड़ी परेशानी के लिए भी आयुर्वेद पर भरोसा जताते हैं। इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे ही तरीकों के बारे में जानेंगे, जिनकी मदद से मन और शरीर को संतुलित रख एक अच्छी नींद पाई जा सके।

एक दिन में कितनी नींद जरूरी है?

एक दिन में कितनी नींद जरूरी है यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है, लेकिन अधिकांश वयस्कों को हर रोज औसतन 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। जानकारों की मानें तो, जो लोग इतनी नींद नहीं ले पाते, वो अनिद्रा के शिकार हो सकते हैं।

इंसोम्निया के लक्षण क्या हैं?

सोने में परेशानी

चिड़चिड़ापन

रात के समय बार-बार जगना

उदास महसूस करना

फोकस में कमी

पूरे दिन खकान और नींद महसूस करना

इंसोम्निया के लिए आयुर्वेदिक उपाय क्या हैं?

1. पंचकर्म थेरेपी

आयुर्वेद में पंचकर्म थेरेपी का महत्वपूर्ण माना जाता है, जो शरीर को डिटॉक्स और रिजुविनेट करने में मदद करता है। यह थेरेपी अनिद्रा के लिए फायदेमंद हो सकती है। इसमें शिरोधारा (माथे पर हल्का गर्म तेल डालना) और नास्य (नाक से पानी देना) जैसे खास तरह के उपचार शामिल हैं, जो शरीर को संतुलित और मन को शांत करके बेहतर नींद को बढ़ावा देते हैं।

2. अभ्यंग थेरेपी

इस थेरेपी में गर्म तेल से खुद की मालिश की जाती है। हॉट शावर लेने से पहले तिल के तेल या नारियल के तेल से शरीर की मालिश करें। यह सेल्फ केयर का सबसे अच्छा तरीका है, जो नर्वस सिस्टम को शांत करके बेहतर नींद को बढ़ावा देता है।

3. रक्तमोक्षण थेरेपी

रक्तमोक्षण थेरेपी, आयुर्वेदिक पंचकर्म थेरेपी का ही एक हिस्सा है, जिसमें मन और शरीर के संतुलन पर जोर दिया जाता है ताकि बेहतर नींद को बढ़ावा मिल सके। यह शरीर से टॉक्सिन्स और अधिक पित्त को निकालने में मदद करता है, तनाव को कम करता है और आराम को बढ़ावा देता है, जिससे अनिद्रा की परेशानी धीरे-धीरे कम होने लगती है।

4. प्राणायाम

सांस लेने की कुछ तकनीकें और प्राणायाम ऐसे आसान उपाय है, जिन्हें आप कहीं भी और कभी भी करके मन को शांत कर सकते हैं। ऐसा करने से तनाव से मुक्ति मिलती है, जिससे शरीर आरामदायक नींद लेने के लिए तैयार होता है। बिस्तर पर जाने से कुछ मिनट पहले नाक से पेट तक गहरी सांस लें और धीरे-धीरे बाहर की ओर छोड़ें। इन तकनीकों से अनिद्रा पर काबू पाने में मदद मिलती है।