एग्जाम में फेल होने पर परिजनों के डर के कारण झूठे अपहरण की साजिश….

एग्जाम में फेल होने पर परिजनों के डर के कारण झूठे अपहरण की साजिश….

May 15, 2023 Off By NN Express

मध्य प्रदेश के इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार ने अपने ही घर की रहने वाली एक युवती के अपरहण की जानकारी पुलिस को दी. जैसे ही पूरे मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी. जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने युवती को बरामद कर लिया और उससे पूछताछ की तो इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा हो गया. छात्रा ने पूछताछ में बताया की वह कॉलेज के डिप्लोमा कोर्स में फेल हो गई थी और अगर इस बात की जानकारी उसके परिजनों को लगती तो वो उसे बहुत पीटते और डांटते.

जिसके चलते उसने अपने अपहरण की फर्जी कहानी परिजनों को फोन कर सुना डाली. जिससे वह परेशान हो गए और मेरे फेल होने पर मुझे कोई डांट नहीं पड़ी. वही बाणगंगा थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार ने सूचना दी कि उनकी बेटी जब कॉलेज से खेड़ापति गणपति मंदिर से ई रिक्शा में बैठकर घर आ रही थी उसी दौरान किसी व्यक्ति ने उसे बेहोश कर दिया और जब उसे होश आया तो वह धर्मपुरी के एक खेत में पड़ी हुई थी. वही युवती ने गायब होने से पहले अपने ही एक दोस्त को फोन कर अपने अपहरण की सूचना दी थी और उसके बाद उसका दोस्त परिजनों के पास पहुंचा और पूरे मामले में जानकारी उन्हे दी.

पुलिस को युवती के कपड़ों से हुआ शक

इसके बाद छात्रा ने अपने पिता को भी फोन कर अपने अपहरण की जानकारी देते हुए जल्द बचा देने की गुहार लगाई और उसी के बाद परिजनों ने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने जांच पड़ताल कर उसे धरमपुरी के पास से बरामद किया. इस दौरान युवती ने बताया कि वह धर्मपुरी के एक खेत में बेहोश पड़ी हुई थी, लेकिन जिस तरह से युवती ने पुलिस को जानकारी दी उसे पुलिस को कई तरह की शंका हुई. युवती ने कहा कि वो बेहोश एक खेत में पड़ी हुई थी, लेकिन उसके कपड़ों पर किसी तरह की कोई गंदगी नहीं थी. इससे पुलिस का शक और बढ़ गया.

वहीं उसके हाथ में मंदिर में बांधे जाने वाला धागा भी बंधा हुआ था. जो पूरी तरीके से नया था. इससे शक हो बढ़ गया. जांच के दौरान छात्रा के पास से इंदौर से उज्जैन तक का एक टिकट भी मिला इसके बाद जब पुलिस ने उसे सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया. फिलहाल छात्रा और परिजनों की काउंसलिंग की गई और उसके बाद छात्रा को परिजनों के हवाले किया गया, लेकिन प्रारंभिक तौर पर यही बात सामने आई कि अपने कॉलेज के डिप्लोमा कोर्स में फेल हो जाने के कारण छात्रा ने अपने अपहरण की फर्जी कहानी रची थी, लेकिन पुलिस की सजगता के चलते पूरा घटनाक्रम का खुलासा हो गया.