OMG! 41 साल के व्यक्ति बना स्पर्म डोनेट कर 600 बच्चो का पिता, और फिर…

OMG! 41 साल के व्यक्ति बना स्पर्म डोनेट कर 600 बच्चो का पिता, और फिर…

April 29, 2023 Off By NN Express

नीदरलैंड कोर्ट ने शुक्राणु दान देने वाले 41 वर्षीय व्यक्ति पर रोक लगा दी है। व्यक्ति के शुक्राणु से अबतक 550-600 बच्चों का जन्म हो चुका है। हेग जिला न्यायालय के अनुसार व्यक्ति ने अपने शुक्राणु से जन्म देने वालों बच्चों की संख्या गलत बताई है।

बच्चे बन रहें विशाल रिस्तेदारी हिस्सा का नेटवर्क

माता-पिता अब इस तथ्य का सामना कर रहे हैं कि सैकड़ो सौतेले भाई बहनों के साथ उनके बच्चे विशाल रिश्तेदारी नेटवर्क का हिस्सा बन चुके हैं। हालांकि इस नेटवर्क को उन्होंने नहीं चुना है। डच गोपनीयता कानून के अनुसार सरकार व्यक्ति की पहचान सार्वजनिक नहीं कर सकती है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सूत्र ने व्यक्ति की पहचान 41 वर्षीय जोनाथन जैकब मीजर के तौर पर की है। प्रवक्ता गेरिट-जेन क्लेनजान ने लिखा कि डोनर को हर क्लिनिक से समझौता कर लेना चाहिए कि वह अपने शुक्राणु का दान अन्य क्लिनिक में नहीं करेगा।

उन्होंने कहा- “जिस व्यक्ति की बात हो रही है उसने भी यह समझौता किया था, लेकिन इसके बावजूद उसने अन्य बैंकों में दान किया जिसके परिणामस्वरूप 102 बच्चे हुए।”

व्यक्ति ने क्लिनिक में बोला झूठ

अदालत का यह फैसला डच डोनर चाइल्ड फाउंडेशन द्वारा मुकदमा करने के बाद आया। दस्तावेजों के अनुसार व्यक्ति ने अबतक 11 फर्टिलिटी क्लिनिक में शुक्राणु दान दिया है। नीदरलैंड्स के नियमानुसार प्रत्येक क्लिनिक शुक्राणु से 25 बच्चे पैदा करने या अधिकतम 12 माताओं को दान कर सकता है।

अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार व्यक्ति ने हमेशा ही क्लिनिक में झूठ बोला है। शुक्राणु दान के लिए वह जिस भी क्लिनिक में जाता था वहां वह यही कहता था कि इससे पहले उसने कहीं भी शुक्राणु दान नहीं दिया है। 2017 के रिपोर्ट के अनुसार व्यक्ति ने 2007 से 2017 के बीच अपने शुक्राणु से 102 बच्चों को जन्म दिया था। वहीं 2015 से 2018 के बीच उसने डेनमार्क में भी अपने शुक्राणुओं का दान किया है। यही नहीं सोशल मीडिया के लिए वह नीदरलैंड्स और विदेशों में भी अपना शुक्राणु का ऑफर देता था।

व्यक्ति के शुक्राणु दान पर आदालत के रोक लगाने के इस फैसले का डच डोनर चाइल्ड फाउंडेशन ने स्वागत किया। यूरोप में शुक्राणु दान के कई नियम है और यही जानकर वह व्यक्ति विदेशों में भी सक्रिय था।