मुंगेली : ग्रामीण गणेशराम यादव का पक्का आवास का सपना हुआ साकार

मुंगेली : ग्रामीण गणेशराम यादव का पक्का आवास का सपना हुआ साकार

July 29, 2022 Off By NN Express

मुंगेली 29 जुलाई I जिले के विकासखण्ड मुंगेली के ग्राम पण्डोतरा के ग्रामीण श्री गणेशराम यादव बहुत दिनों से अपना स्वयं का पक्का घर का सपना संजोए हुए थे, लेकिन उनका सपना साकार नहीं हो रहा था। ऐसे समय में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना लागू कर दो रूपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदी का कार्य प्रारंभ किया। मुख्यमंत्री के गोबर खरीदी के कार्य से प्रभावित होकर श्री यादव ने भी गौठानों से गोबर इकट्ठा कर बेचना शुरू किया। उन्होंने 21 जुलाई 2020 से अब तक लगभग 02 लाख 50 हजार रूपए का गोबर बेचकर अपना पक्का आवास का सपना को पूरा कर लिया है।


 किसान श्री गणेशराम यादव ने बताया कि उनका भी सपना था कि अन्य की तरह उनका भी एक पक्का मकान हो। वे भी अपने परिवार के साथ पक्के मकान में रहकर खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकें। लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति आड़े आ जाती थी, जिसके कारण अब तक उनका पक्का आवास का सपना पूरा नहीं हो पाया था। इसी बीच मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 21 जुलाई 2020 को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्यौहार हरेली के दिन गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी की शुरूआत कर उनके तकदीर और तस्वीर दोनों बदल दी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है।


 श्री गणेशराम यादव ने बताया कि योजना की शुरूआत से अब तक उन्होंने लगभग 02 लाख 50 हजार रूपए का गोबर विक्रय किया। अलग-अलग समय और किस्त में प्राप्त गोबर की राशि को जमा कर उन्होंने इसका उपयोग मकान बनाने में किया है। गोबर बेचने में हितग्राही श्री यादव का उनके परिवार के लोगों ने भी भरपूर साथ दिया। जिसके फलस्वरूप वह आज पक्के आवास में खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों तथा पशुपालकों को अतिरिक्त लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से गोधन न्याय योजना का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसका ताजा उदाहरण ग्राम पण्डोतरा के श्री गणेशराम यादव जैसे किसान  है, जिन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा को पूरा करते हुए ये दिखा दिया कि छत्तीसगढ़ में गोबर से किस तरह राज्य के किसान धन कमा रहे है और आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो रहे हैं। ये सिर्फ एक किसान गणेश की नहीं, बल्कि जिले और पूरे राज्य में संचालित गोधन न्याय योजना का सबसे बड़ा उदाहरण है।