PM Modi ने मध्यप्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई झंडी

PM Modi ने मध्यप्रदेश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई झंडी

April 1, 2023 Off By NN Express

भोपाल ,01 अप्रैल  मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली वंदे भारत एक्स्प्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। वंदे भारत ट्रेन का लोकार्पण हाईटेक कमलापति रेलवे स्टेशन पर पीएम मोदी ने किया। पीएम मोदी ने कहा, एमपी को पहली वंदे भारत ट्रेन मिली है, जो प्रदेश के लोगों को कई सुविधाएं देगी और क्षेत्र के विकास का माध्यम बनेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय रेलवे देश के छोटे शिल्पकारों और कारीगरों के काम को देश के हर कोने तक पहुंचाने का माध्यम बन रही है। अब वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत कई जगहों पर 600 आउटलेट बनाए जा चुके हैं, जहां से करीब एक लाख लोग खरीदी कर चुके हैं। आज देश में अनेकों रेलवे स्टेशनों का आधुनिकरण किया जा रहा है।

आज देश के छह हजार स्टेशनों पर वाई-फाई लगाए जा चुके हैं। वहीं, 900 से ज्यादा स्टेशनों पर सीसीटीवी लग चुका है। वंदे भारत एक्सप्रेस तो पूरे देश में हमारी युवी पीढ़ी में सुपरहिट हो चुकी है। साल भर इन ट्रेनों की सीटें फुल जा रही हैं। देश के हर कोने से इस ट्रेन को चलाने की मांग की जा रही है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले सांसद कहते थे फलानी ट्रेन इस स्टेशन पर रोकने की व्यवस्था हो, लेकिन आज मुझे गर्व है। जब सांसद मांग करते हैं कि हमारे यहां भी वंदे भारत जल्द से जल्द चालू हो। रेलवे यात्रियों की सुविधा बढ़ाए जाने का अभियान तेजी से चल रहा है।

पीएम ने बताया कि देश के बजट में रिकॉर्ड धन राशि रेलवे के लिए आवंटित की गई है। पहले संसद में रेलवे के विकास की बात होते ही घाटे की बात होने लगती थी, लेकिन अगर विकास की इच्छाशक्ति हो और नीयत साफ हो तो नए रास्ते निकल आते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हर साल रेलवे के बजट को हमेशा बढ़ाया गया है। अब एमपी में 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक का रेलवे बजट है, जबकि साल 2014 से पहले केवल 600 करोड़ रुपये रेलवे बजट था।

पीएम ने कहा कि आज रेलवे में कैसे आधुनिकरण हो रहा है। इसका एक उदाहरण इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी है। देश के किसी न किसी हिस्से में रेल नेटवर्क का शत प्रतिशत बिजलीकरण हो चुका है। इन 11 राज्यों में मध्यप्रदेश भी शामिल है। साल 2014 ले पहले 600 किमी का इलेक्ट्रिफिकेशन होता था, अब 6000 किलोमीटर का इलेक्ट्रिफिकेशन हो रहा है। अब मध्यप्रदेश पुरानी चीजों को पीछे छोड़कर विकास की नई गाथा लिख रहा है।