“दीदी की रसोई” से उपलब्ध होगा कामगारों और बैचलर्स को घर जैसा स्वादिष्ट भोजन

“दीदी की रसोई” से उपलब्ध होगा कामगारों और बैचलर्स को घर जैसा स्वादिष्ट भोजन

March 25, 2023 Off By NN Express

अंबिकापुर; 25 मार्च I अदाणी फाउंडेशन के मार्गदर्शन में महिला उद्यमी बहुउद्देशीय सहकारी समिति (मब्स) ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और पहल “दीदी की रसोई” टिफिन वितरण की शुरूआत की है। इसका उद्घाटन मंगलवार 21 मार्च को ग्राम परसा में किया गया। इस पहल का उद्देश्य समिति के सदस्यों को आजीविका के नए साधन से आत्मनिर्भर बनाना तथा कामकाजी लोगों को घर जैसा भोजन उपलब्ध कराना है।

जिले के उदयपुर तहसील में स्थित राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की एक मात्र परसा ईस्ट केते बासेन खुली खदान में कार्यरत कामगारों और विशेष कर बैचलर्स को घर जैसे स्वाद के भोजन की तलाश हमेशा से रही है। जिसे अदाणी फाउंडेशन द्वारा एक बेहतर आजीविका का अवसर बताते हुए मब्स की महिलाओं को टिफिन वितरण कार्यक्रम हेतु सहायता प्रदान की गयी। मब्स की इस “दीदी की रसोई” में सुबह का नाश्ता दोपहर एवं रात का स्वादिष्ट भोजन फैक्ट्री में काम करने वाले कामगारों, ऑफिस वर्करों, कॉन्ट्रैक्टरों इत्यादि को उचित दर पर टिफिन के माध्यम से उपलब्ध होगी।

मब्स की अध्यक्ष मती अनीता सिंह ने बताया कि ” हमें खदानों में टिफिन सप्लाई के लिए बहुत समय से मांग हो रही थी। अदाणी फाउंडेशन के मार्गदर्शन में आज हमने दीदी की रसोई का कार्य शुरू किया है जिसमें हम घर जैसा स्वादिष्ट भोजन उचित दर पर उपलब्ध कराएँगे। वर्तमान में ग्राम साल्हि स्थित अदाणी विद्या मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों को पौष्टिक मध्याह्न भोजन बनाने का कार्य एक अनुबंध के तहत हमारी ही समिति की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। यह एक ऐसा अनूठा मॉडल है जहां हमारे भी बच्चे पढ़ते हैं। जिसकी काफी सराहना भी की जा रही है।”

आरआरवीयूएनएल द्वारा क्षेत्र के 14 से अधिक ग्रामों में उत्कृष्ठ शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका उन्नयन एवं अधोसंरचना विकास के विभिन्न कार्यक्रम संचालित करता है। जिसमें आजीविका उन्नयन के तहत मब्स में 60 से अधिक ग्रामीण महिलाओं को रोजगार प्राप्त है। ग्रामीण महिलाओं की इस समिति द्वारा क्षेत्र में विभिन्न उत्पादों जैसे सैनेटरी पैड्स का निर्माण, शुद्ध पेयजल का वितरण, दूध डेयरी, मसाला प्रोसेसिंग इकाई इत्यादि का संचालन किया जा रहा है। जिसमें “दीदी की रसोई” समूह के सशक्तिकरण इकाइयों का विस्तार है जो अपने साथ कुछ और महिलाओं की आजीविका के उन्नयन का एक और उदाहरण सिद्ध होगा।