भारत में खिलौने बेचने वाली करीब 160 चीनी कंपनियों को अनिवार्य गुणवत्ता प्रमाणपत्र जारी

भारत में खिलौने बेचने वाली करीब 160 चीनी कंपनियों को अनिवार्य गुणवत्ता प्रमाणपत्र जारी

January 7, 2023 Off By NN Express

सरकार ने शुक्रवार को कहा कि उसने अभी तक भारत में खिलौने बेचने वाली करीब 160 चीनी कंपनियों को अनिवार्य गुणवत्ता प्रमाणपत्र जारी नहीं किया है। यह देरी कोविड-19 महामारी के कारण हुई है। भारत ने देश में खिलौनों की बिक्री के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) से ‘ISI’ (ISI) गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्राप्त करना जनवरी 2021 से ही अनिवार्य कर दिया है। बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘चीन की करीब 160 खिलौना कंपनियों ने पिछले दो साल में बीआईएस गुणवत्ता प्रमाणन के लिए आवेदन किया है। कोविड-19 महामारी को देखते हुए हमने अभी तक उन्हें प्रमाण पत्र जारी नहीं किया है।

आमतौर पर बीआईएस गुणवत्ता प्रमाण पत्र कारखानों के निरीक्षण के बाद जारी किया जाता है। उन्होंने कहा कि बीआईएस के अधिकारी महामारी संबंधी पाबंदियों और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण चीन का दौरा नहीं कर सकते। तिवारी ने चीनी खिलौना कंपनियों के बारे में कहा, ‘उन्होंने हमें निरीक्षण के लिए नहीं बुलाया और महामारी के कारण हम भी चीन नहीं जा सके।’ उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में बीआईएस ने 29 विदेशी खिलौना निर्माताओं को गुणवत्ता प्रमाण पत्र दिया है, जिनमें 14 वियतनाम के हैं। इस बीच, बीआईएस ने 982 भारतीय खिलौना निर्माताओं को गुणवत्ता प्रमाणपत्र भी जारी किया है।

तिवारी ने कहा है कि अगर ग्राहकों को लगता है कि देश में मेड इन चाइना के खिलौने अवैध रूप से बेचे जा रहे हैं तो वे इसकी शिकायत कर सकते हैं। आपको बता दें कि 2022 के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 3 साल में भारत में खिलौनों के आयात में करीब 70 फीसदी की कमी आई है और निर्यात में 61 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह डेटा पिछले साल वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश में खिलौनों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए हमेशा मुखर रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि खिलौनों पर अभी चीन का लगभग एकाधिकार नजर आ रहा है। हालांकि अब उसे भारत से चुनौती मिल रही है।

उच्च गुणवत्ता वाले प्लास्टिक के खिलौने बनाने वाली कंपनी यूनाइटेड एजेंसी डिस्ट्रीब्यूटर एलएलपी के अनुभव जैन का कहना है कि चीनी खिलौनों के आयात पर प्रतिबंध लगाने से घरेलू खिलौना निर्माताओं को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे स्थानीय खिलौना निर्माताओं के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी के बोलने से खिलौना उद्योग को काफी प्रोत्साहन मिला है।