भुखमरी से त्रस्त भारत : एक विचारणीय विषय

भुखमरी से त्रस्त भारत : एक विचारणीय विषय

December 12, 2022 Off By NN Express

भुखमरी एक विश्वव्यापी समस्या है। हाल ही में आई वैश्विक भुखमरी सूचकांक में भारत का स्थान 121 देशों में 107 पर रहा है। हर व्यक्ति का कर्तव्य है की वह भोजन को बर्बाद न करे। जिस भोजन को वह बर्बाद कर बाहर कचरे में फेंकता है, हो सकता है यही भोजन कल इसकी जरूरत बन जाए। गांव में तथा कस्बों में कई ऐसे परिवार है जिनके पास गुजारा करने के लिए भूमि का एक टुकड़ा भी नहीं है। खाद्य पदार्थों की बरबादी रोकी जाए, जिससे सभी को जीने की लिए भोजन उपलब्ध हो सके। पोषण योजनाओं के बारे में लोगों में जागरूकता जरूरी है। पर्यावरण जब सुरक्षित होता है तो वर्षा भी अच्छे होती है तथा फसल में पैदावार की स्थिति में भी बढ़ोतरी नज़र आती है। अगर फसल अच्छे होंगे, लोगों को भोजन अच्छा मिलेगा तो भुखमरी जड़ से खत्म हो सकती है। भारत देश में दिन प्रति दिन जनसंख्या बढ़ती जा रही है।

महंगाई के मार के कारण खाद्य सामग्री आम जनता से दूर होती चली जा रही है। यदि सरकार खाद्य सामग्री पर लगे मूल्य वृद्धि पर अंकुश लगाए और बढ़ती हुई जनसंख्या को नियंत्रित करे, तो भुखमरी की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है। मनुष्य को जिंदा रहने के लिए खाद्यान पर निर्भर रहना पढ़ता है। मगर मुस्किल की बात यह है कि हम सब इस नवयुग के दौड़ में प्रकृति से बहुत खिलवाड़ कर रहे है, जिसका खामियाजा अब फसलों पर दिख रहा है। खाद्यान्न की कमी से भी लोग भुखमरी के शिकार हो रहे है। पढ़ें लिखे शिक्षित लोग और स्ववलंभी बनने के लिए अपना तथा अपने पूरे परिवार का भरण पोषण करते है। नए युवा वर्ग के लोगों को रोजगार तथा नौकरी आधारित शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

रोजगार मिलने से भुखमरी की समस्या खुदखुद खत्म हो जाएगी। भुखमरी की समस्या का मुख्य कारण आय की असमानता वितरण है। क्योंकि वही लोग भूख से त्रस्त है जिनकी पर्याप्त आय नही है। यानी इनकी इतनी भी आय नही है की ये अपना गुजारा करने के लिए दो वक्त के भोजन का प्रबंध कर सके। जब देश में सभी संसाधनों के अधिकतम हिस्सा बड़े व्यवसाई तथा पूंजीपतियों के पास होगा तो साफ तौर पर वंचितों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। भुखमरी से बचने के लिए संसाधनों का सही वितरण जरुरी हैं। सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करना जरूरी है। यदि सभी लोग फिजूलखर्ची बंद कर दे तथा सरकार के भरोसे न रह कर मिलजुल कर भुखमरी की समस्या खत्म करने का प्रयास करें।

        

                 श्रीयम आदियोगी
                   छात्र नेता
           अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद