कोतवाल से नहीं संभल रही कोतवाली, पीड़ित पक्ष न्याय की गुहार लगाने रात में बैठा गांधी प्रतिमा के नीचे

कोतवाल से नहीं संभल रही कोतवाली, पीड़ित पक्ष न्याय की गुहार लगाने रात में बैठा गांधी प्रतिमा के नीचे

November 20, 2022 Off By NN Express

रायगढ़ ,20 नवंबर  कोतवाली थाना क्षेत्र में लगातार खून खराबा आए दिन बढ़ता ही जा रहा है और पुलिस आरोपियों के पक्ष में दिखाई देने की वजह से लगातार विवादित हो गई है। पहले जुआ सट्टा पर कुछ आरोपियों पर कार्रवाई और कुछ की रिहाई और होटल संचालकों को अपराध की छूट सहित अन्य मामले चर्चा में तो थे ही अब लगातार दो और मामले सामने आ गए हैं। स्टेशन चौक में हुई मारपीट और चाकूबाजी की घटना में एक व्यक्ति को जबरन आरोपी बनाए जाने की घटना की चर्चा भी शांत नहीं हो पाई थी कि दूसरे ही दिन कोतवाली पुलिस की और से लचर पुलिसिंग के साथ-साथ पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का एक अन्य मामला भी सामने आ गया। जिसमें पुलिसिया कार्रवाई से आक्रोशित दर्जन भर से ज्यादा युवक रात 8:30 बजे से गांधी प्रतिमा के नीचे अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी।

क्या है पूरा मामला

कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत कुछ लोगों की ओर से कार सवार एक युवक से जमकर मारपीट की गई। यह घटना सीसीटीवी मैं कैद हो गई, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। पीड़ित पक्ष इस घटना की रिपोर्ट लिखाने जब कोतवाली थाने पहुंचा तो पीड़ितों को ही थाने में बैठा दिया, ऐसा पीड़ित पक्ष का आरोप है। वहीं पीड़ित पक्ष की शिकायत को अनसुना करते हुए मार खाने वाले और मारने वाले दोनों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दी गई। पीड़ित पक्ष की ओर से यह शिकायत की जा रही है कि कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष विजू ठाकुर और उनके भतीजे वास्तव सिंह ठाकुर और उनके सहयोगियों की ओर से प्रियांशु घोरे, नवनिर्वाचित युवा कांग्रेस के जिला महासचिव योगेश चौहान और विनायक सिंह के साथ मारपीट की गई है। 

पीड़ित पक्ष की माने तो विजू ठाकुर पहले से ही मारपीट के एक मामले में आरोपी हैं और इनकी ओर से अग्रिम जमानत के लिए रायगढ़ न्यायालय में अर्जी लगाई गई थी जो खारिज हो गई है। बदला लेने के लिए इस मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है।  पीड़ित पक्ष का यह आरोप भी है कि विजू सिंह और राजेश सिंह जब घटनास्थल पर अपने बुलेट से पहुंचे तो उसके बाद पहले से ही मौजूद उनके लोगों ने पीड़ित पक्ष पर आक्रमण कर दिया और उनसे बुरी तरह से मारपीट की गई। पुलिस इस पूरे मामले में राजनीतिक दबाव मैं दिखाई दे रही है।

यद्यपि दोनों ही पक्ष कांग्रेस के हैं, बावजूद एक गुट जिसे बिज्जू ठाकुर गुट है वह विधायक का गुट माना जाता है। ऐसे में यदि पुलिस पर पक्षपात के आरोप लग रहे हैं तो इन आरोपों में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है। जब से कोतवाली थाना प्रभारी बदले गए हैं, तबसे कोतवाली थाना क्षेत्र के दिन अच्छे नहीं चल रहे हैं और लगातार इस प्रकार के विवाद सामने आ ही रहे हैं।