छत्तीसगढ़ आईएएस एसोसिएशन ने डॉक्टर एम गीता को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

August 23, 2022 Off By NN Express

रायपुर 22 अगस्त 2022 : नया रायपुर स्थित महानदी भवन के समिति कक्ष में आज छत्तीसगढ़ आईएएस एसोसिएशन ने डॉक्टर एम गीता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ एम गीता ने अकादमी क्षेत्र में और कृषि एवं महिला बाल विकास विभाग में उल्लेखनीय कार्य किए हैं. अमिताभ जैन ने विश्वास व्यक्त किया है कि आईएएस एसोसिएशन उनके परिवार का पूर्ण सहयोग करता रहेगा.

मुख्यमंत्री और इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने कहा कि सदैव हंसमुख रहने वाली डॉक्टर एम. गीता अपने कार्य को पूर्ण निष्ठा और जवाबदेही से करती थी. उनका आकस्मिक निधन छत्तीसगढ़ के लिए अपूर्ण क्षति है

आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष और वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ ने अपने उद्बोधन में डॉक्टर गीता को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि अपने छात्र जीवन में वह मेधावी छात्र रही. संचालक स्वच्छ भारत मिशन रहते हुए उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी अन्य लोगों के लिए पथ प्रदर्शक है.

श्रद्धांजलि सभा का संचालन करते हुए पंचायत विभाग के संचालक कार्तिकेय गोयल ने बताया कि डॉ एम गीता 1997 बैच की अधिकारी थी, जिन्होंने मध्यप्रदेश में शिवपुरी, रीवा सहित कई जिलों में जिला कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं. जून 2014 में संचालक स्वच्छ भारत मिशन के रूप में छत्तीसगढ़ में अपनी सेवाएं प्रारंभ की. इसके अतिरिक्त कृषि विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं.

सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एमके राऊत ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डॉ एम गीता जहां भी कार्य करती थी वहां उन्हें सफलता जरूर मिलती थी.

छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा और आईपीएस एसोसिएशन तथा आई. एफ. एस. एसोसिएशन ने भी डॉक्टर गीता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है.

श्रद्धांजलि सभा में आईएएस एसोसिएशन के सचिव प्रसन्ना आर., अय्याज तंबोली एवम अन्य सभी सदस्य एवम पदाधिकारी तथा एसोसिएशन के सभी सदस्य उपस्थित रहे.

विभिन्न जिलों से आए अधिकारियों ने डॉक्टर एम्. गीता को श्रद्धांजलि दी है इनमें सुश्री क्रिस्टीना लाल, महेंद्र पैकरा, मंत्रालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत, सुश्री नीरजा कूद्रिमोती स्टेट लीड छत्तीसगढ़ आकांक्षी ज़िले और सुधाकर बोडले प्रमुख रूप से शामिल रहे.