धानमण्डी में पटाखों के चलते घर में लगी आग

धानमण्डी में पटाखों के चलते घर में लगी आग

November 6, 2022 Off By NN Express

उदयपुर, 06 नवम्बर । उदयपुर के धानमण्डी स्थित छोटी माहेश्वरियों की सेरी में एक मकान पर पटाखे की चिंगारी के चलते छत पर पड़े सामान में आग लग गई। एक छोटे बच्चे ने उसे देखा और उसकी सूचना पर पड़ोसियों ने तत्परता दिखाई और घर में ताले लगे होने के कारण पड़ोस की छत से आग पर पानी डालकर बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। कुछ ही देर में पुलिस और फायर ब्रिगेड भी पहुंची। मकान गली के अंदर होने से धानमण्डी मुख्य मार्ग के एक घर की छत पर पहुंचकर फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने आग को पूरी तरह काबू पाया।

दरअसल, शनिवार शाम को धानमण्डी चौक में स्थित जीवनदाता हनुमान मंदिर के अन्नकूट महोत्सव के दौरान आतिशबाजी भी हुई। इसी की चिंगारी से छोटी माहेश्वरी की सेरी निवासी प्रताप साहू के छत पर पड़े पुराने गद्दों, टूटी-फूटी लकड़ियों ने आग पकड़ ली। पड़ोस में रहने वाले चौथी कक्षा में पढ़ने वाले रूद्रांश ने आग की लपटों को देखा और उसने परिवारजनों को सूचित किया। उसकी आवाज से सभी पड़ोसी घरों से बाहर निकले और आग को देखकर मकान मालिक को सूचना की। मकान मालिक घर को ताले लगाकर अपने पुलां स्थित आवास पर गए थे। तब तक आग की बढ़ती लपटों ने पड़ोसियों की चिंता बढ़ा दी।

इस बीच, धानमण्डी में चल रहे आयोजन में उपस्थित उपमहापौर पारस सिंघवी को इस हादसे की सूचना दी गई तो उन्होंने कार्यक्रम को रुकवा कर लोगों को सूचना दी और संबंधित परिवारजनों को घर पहुंचने के लिए अपील की। इस दौरान पड़ोस में रहने वाले संतोष पण्डवाल, अंकुश माहेश्वरी, लक्ष्यराज मूंदड़ा और उनके परिवार के अजय साहू, भैरूलाल साहू, राजेश साहू ने पानी की बाल्टियां छत पर पहुंचाकर आग को बुझाने का प्रयास किया। पड़ोस में रहने वाले परिवारों की महिलाओं ने उनकी छत से भी पानी फेंककर आग बुझाने की कोशिश की।

तीन मंजिल तक पानी की बाल्टियां पहुंचाने में पड़ोस की महिलाओं रेणुका पण्डवाल, नीलम पण्डवाल, सुनीता माहेश्वरी आदि ने सहयोग किया। आग के कुछ काबू में आने के बाद छत पर स्थित पानी की टंकी तक पहुंचने का रास्ता बन गया और उससे भी पानी लेकर आग पर डाला गया। इसी दरमियान फायरमैन प्रकाश और उनकी टीम भी पीछे स्थित मकान की छत पर पहुंच गई और उन्होंने वहां से पानी प्रेशर से आग पर डाला।

हादसे में कोई ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन शुक्र यह रहा कि आग समय पर बुझा दी गई, वरना घनी आबादी और पास-पास सटे हुए मकानों वाले इस क्षेत्र में नुकसान ज्यादा होने की आशंका हो गई थी। इस दौरान, छत पर आग बुझाने का प्रयास कर रहे लोगों को मदद के लिए दो जनों की और आवश्यकता हुई और उन्होंने नीचे से घटनाक्रम को देख रहे लोगों को पुकारा, लेकिन कोई आगे नहीं आया।