जिला जेल में भक्ति में लीन हुए निरुद्ध बंदी
October 6, 2024(कोरबा) जिला जेल में भक्ति में लीन हुए निरुद्ध बंदी
कोरबा : नवरात्रि पर्व के अवसर पर शक्ति की आराधना में समूचा जिला डूब चुका है। इससे जेल की चार दिवारी भी अछूती नहीं है। यहां निरूद्ध बंदी भी अपनों मनोकामना की पूर्ति के लिए मातारानी की भक्ति में लीन हैं। जेल के बैरक में माता की प्रतिमा स्थापित कर पूजा आराधना कर रहे हैं। प्रबंधन की ओर से व्रतधारी बंदियों के लिए पूजा सामाग्री, फलाहार सहित तमाम व्यवस्था की गई है। जेल में भी भक्ति की बयार बहती रहेगी।
जिले में शारदीय नवरात्र को लेकर पखवाड़े भर पहले ही तैयारी शुरू हो गई थी। जहां माता की पूजा के लिए मंदिरों को सजाए जा रहे थे, वहीं पूजा पंडालों में मां दुर्गा की स्थापना के लिए समिति के सदस्य जोरशोर से लगे हुए थे। सुबह से ही सर्वमंगला, कोसगई, चैतुरगढ़ स्थित मां महिषासुर मर्दिनी सहित अन्य मंदिरों में रखकर मातारानी की पूजन हवन का सिलसिला शुरू हो गया। इसी तरह पूजा पंडालों में घट स्थापना के साथ मां की आराधना शुरू कर दी गई। नवरात्र में पूरे दिन श्रद्धालु माता की सेवा में जुटे रहेंगे। मंदिरों के अलावा पूजा पंडाल माता के जयकारे से गुंजायमान होगा।
इसमें जिला जेल और उपजेल भी शामिल हैं। दरअसल जिला जेल में निरुद्ध कई बंदियों ने पूरे नौ दिनों तक उपवास आराधना के लिए अनुमति मांगी थी। जेल अधीक्षक विजयानंद सिंह ने डॉक्टरी परीक्षण उपरांत 12 पुरुष और 2 महिला बंदियों को व्रत रखने अनुमति प्रदान की है। प्रबंधन की ओर से व्रतधारियों को पूजा पाठ में किसी तरह की समस्या उत्पन्न न हो। इसके लिए तमाम व्यवस्था की गयी है। जहां व्रत रखने वाले पुरुष बंदियों को एक बैरक में रखा गया है, दूसरी ओर महिला बंदियों के लिए उनके ही बैरक में पूजा आराधना के लिए सुविधा प्रदान की गई है। व्रतधारियों को पूजा पाठ का पूरा सामान उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा सुबह शाम फलाहार की व्यवस्था की गई है। इसी तरह उपजेल कटघोरा के प्रभारी सीमा उरांव ने पांच बंदियों को पूजा की अनुमति प्रदान की है। यहां भी व्रतधारी बंदियों के लिए तमाम व्यवस्था प्रबंधन ने की है। इसके साथ ही जिला जेल व उपजेल में भक्ति की बयार बहने लगी है।