कोरबा: दल से बिछड़े हाथी को एक अन्य हाथी से मिलाने में मिली सफलता
September 14, 2024(कोरबा) दल से बिछड़े हाथी को एक अन्य हाथी से मिलाने में मिली सफलता
- कुदमुरा वनमंडल में कर रहे विचरण
- वन अमला कर रहा निगरानी
कोरबा :कोरबा जिले के कटघोरा, बालकोनगर वन परिक्षेत्र में जन हानि और फसलों को भारी नुकसान पहुंचाने के बाद दंतैल हाथी पसरखेत के रास्ते कुदमुरा वन परिक्षेत्र में पहुंच गया है। इस क्षेत्र में पहले से विचरण कर रहे एक दंतैल हाथी के साथ मिल गया है। इससे इस क्षेत्र में विचरण करने वाले हाथियों की संख्या दो हो गई है। वन विभाग का कहना है कि एक और हाथी इस क्षेत्र में विचरण कर रहा है। हालांकि यह हाथी दोनों दंतैल हाथियों से अलग है। इस क्षेत्र में तीन दंतैल हाथियों की मौजूदगी से लोग दहशत में हैं। वहीं वन विभाग का कहना है कि हाथियों पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए वन विभाग की टीम निगरानी कर रही है। जिन क्षेत्रों में हाथी विचरण कर रहे हैं उस क्षेत्र में मुनादी कराई गई है और लोगों से कहा गया है कि जंगल नहीं जाएं। उन्हें नुकसान हो सकता है।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हो सकता है कि यह हाथी विचरण करने के बाद अपने झुंड से मिलने जा रहा हो। कुदमुरा रेंज में मांड नदी को पार करने के बाद यह हाथी धरमजयगढ़ की ओर चला जाएगा, जहां पहले से हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इधर कटघोरा वनमंडल में हाथियों के झुंड में एक बेबी एलिफेंट देखा गया है। वन विभाग ने इसकी पुष्टि की है। बेबी एलिफेंट झुंड के साथ चल रहा है। गौरतलब है कि कटघोरा वनमंडल में पहले से ही 48 हाथियों का दल अलग-अलग झुंड में विचरण कर रहा है। हाथी ग्राम एतमानगर, पसान और केंदई रेंज में सबसे अधिक घूम रहे हैं और इन्हीं रेंज में ग्रामीणों के फसल को अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे ग्रामीण चिंतित हैं।