सजग कोरबा अभियान के तहत डिजिटल अरेस्ट स्कैम से कोरबा पुलिस कर रही जनमानस को सावधान

सजग कोरबा अभियान के तहत डिजिटल अरेस्ट स्कैम से कोरबा पुलिस कर रही जनमानस को सावधान

September 13, 2024 Off By NN Express

(कोरबा) सजग कोरबा अभियान के तहत डिजिटल अरेस्ट स्कैम से कोरबा पुलिस कर रही जनमानस को सावधान

  • डिजिटल अरेस्ट स्कैम से ठग लगा रहे आर्थिक चपत
    कोरबा: संचार क्रांति के इस युग में साइबर ठगों ने ठगी के अलग-अलग हथकंडे अख्तियार कर लिए हैं। साइबर क्राइम से पढ़े लिखे लोग भी बच नहीं पा रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट स्कैम ने लोगों को चौका दिया है, पीड़ितों को इसके माध्यम से हथकड़ी और लोकलाज का डर दिखाकर लाखों रुपए साइबर क्रिमिनल ठग रहे हैं। कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने सजग कोरबा अभियान के तहत नगरवासियों से अपील करते हुए कहा हैं कि किसी भी प्रकार के अंजान कॉल पर ध्यान ना दे और अपनी जानकारी उनसे साझा ना करें। डिजिटल ठग अकसर पीड़ित से यह कहते हैं कि आपने मोबाइल पर कुछ आपत्तिजनक कंटेंट खोलकर देखा है या आपने जो पार्सल भेजा था उसमें मादक पदार्थ पाये गये है, जिससे उन्हें डिजिटल गिरफ्तारी के तहत बंदी रखा गया है। पीड़ित पर मुकदमा न करने के लिए पैसों की मांग की जाती है, व्हाट्सएप पर नकली पुलिस अधिकारी की डीपी लगाकर पीड़ित को वास्तविक पुलिस होने का भरोसा दिलाते हैं। वीडियो कॉल पर बतलाया जाता है कि आपके मोबाइल नंबर से गैर कानूनी कार्य किये जा रहे हैं। आपका नाम पर अरेस्ट वारंट है, गिरफ्तारी से बचने के लिए जमानत दिलाने के नाम पर पैसे का मांग की जाती है। ठग अक्सर पुलिस वर्दी पहन कर डराते हैं उसके सामने पुलिस बोर्ड भी होगा, ताकि आप समझे कि पुलिस ही बात कर रहा है लोगों को डरने की बात नहीं है। पुलिस ऐसा कभी नहीं करती। सतर्क रहे, सजग रहे।
  • क्या हैं डिजिटल अरेस्ट
    डिजिटल हाउस अरेस्ट साइबर क्राइम का नया तरीका है जिसमें स्कैमर्स पीड़ित को वीडियो कॉल पर डरा-धमका कर घर पर ही कैद कर लेते हैं इसके साथ ही उसे इतना परेशान करते हैं कि वह पैसे देने पर मजबूर हो जाता है।
    साइबर ठग फोन कॉल पर खुद को पुलिस अधिकारी बताते हैं और पीड़ितों को विश्वास दिलाते हैं कि उन्होंने कुछ अपराध किया है एवं उन्हें डिजिटल गिरफ्तारी के तहत बंदी रखा गया है और पीड़ित पर मुकदमा न करने के लिए पैसों की मांग की जाती है।

ऐसे बचें डिजिटल अरेस्ट स्कैम से

  • यदि कोई अज्ञात व्यक्ति आपको धमकी देता है या आपके बैंक खाते के बारे में जानकारी मांगता है तो तुरंत कॉल काट दे और ब्लॉक कर नजदीकी पुलिस थाने में सूचित करे।
  • किसी भी परिस्थिति में अपनी बैंकिंग या व्यक्तिगत जानकारी किसी अनजान व्यक्ति को ना दें।
  • अगर आपको किसी सरकारी एजेंसी या बैंक से कॉल आती है तो उसके बारे में उसके आधिकारिक नंबर पर कॉल करके जानकारी की पुष्टि करें।
  • यदि कोई आपको वीडियो कॉल पर डराने की कोशिश करता है तो तुरंत फोन को काट दें।
  • कोई भी वैध एजेंसी आपसे 24 घंटे वीडियो कॉल पर रहने की मांग नहीं करेगी। यह स्पष्ट रूप से धोखाधड़ी का संकेत है।
  • ऐसी किसी भी स्थिति में लोक लज्जा से डरे नहीं अपने परिजनों और दोस्तों या किसी पुलिस अधिकारी से तुरंत संपर्क करें और उसके साथ स्थिति साझा करें।