छत्तीसगढ़: अतंर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर उल्लास कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम साय

छत्तीसगढ़: अतंर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर उल्लास कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम साय

September 8, 2024 Off By NN Express

सारंगढ़-बिलाईगढ़। उल्लास साक्षरता कार्यक्रम से समुदाय में साक्षरता दर में सुधार करने और शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश से रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में अतंर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर उल्लास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि मंत्री केदार कश्यप तथा अन्य अतिथियों में विधायकगण पुरदंर मिश्रा अनुज शर्मा मोतीलाल साहू गुरु सुखवंत सिंह सहित स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव, संचालक व अन्य अतिथि उपस्थित थे।

कलेक्ट्रेट सारंगढ के सभाकक्ष में वीडियो कांफ्रेंसिंग से सारंगढ-बिलाईगढ़ जिले के उल्लास साक्षरता समिति के सदस्यगण आनलाईन शामिल हुए जिसमें एस आर बैरागी प्राचार्य शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सारंगढ , विभावरी सिंह ठाकुर प्राचार्य हायर सेकेंडरी हरदी, रवि डोंगरे एबीईओ सारंगढ, शोभाराम पटेल बीआरसी सारंगढ, पुरूषोत्तम स्वर्णकार सहायक संचालक कौशल विकास प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण प्रभारी उल्लास साक्षरता समिति दीपक थवाईत, पंकज दुबे संकुल प्रभारी, रोशन यादव योजना प्रभारी नगरपालिका सारंगढ, आदर्श तम्बोली शिक्षक, सतीश यादव समाजसेवी सारंगढ, मिथिलेश राव एवं शुकमति चौहान शिक्षक एवं प्रशिक्षक उल्लास उपस्थित थे। कार्यक्रम में जानकारी दिया गया कि पूरे प्रदेश में शत प्रतिशत साक्षरता के लिए किस प्रकार उल्लास साक्षरता अभियान चलाया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि उल्लास साक्षरता कार्यक्रम एक शिक्षा आधारित पहल है जिसका उद्देश्य समाज में साक्षरता दर में सुधार करना है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से उन समुदायों पर केंद्रित है जहां साक्षरता दर कम है। उल्लास साक्षरता कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य हैं: साक्षरता दर में सुधार करना, शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना, समाज में शिक्षा के अवसर प्रदान करना, समुदाय में शिक्षा की महत्ता को बढ़ावा देना, साक्षरता के माध्यम से गरीबी और असमानता को कम करने में मदद करना, इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों जैसे साक्षरता कक्षाएं, शिक्षा कार्यक्रम, पुस्तकालय और पढ़ने के केंद्र, शिक्षा सामग्री और संसाधनों का वितरण, शिक्षा के प्रति जागरूकता अभियान आदि का आयोजन किया  जाता है।