प्रदीप मिश्रा की कथा में चोरों का हंगामा: लाखों के मंगलसूत्र, सोने-चांदी की चेन व नगदी पार…

प्रदीप मिश्रा की कथा में चोरों का हंगामा: लाखों के मंगलसूत्र, सोने-चांदी की चेन व नगदी पार…

July 31, 2024 Off By NN Express

भिलाई । जयंती स्टेडियम में हो रहे अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा की कथा को सुनने के लिए मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और अन्य प्रदेशों से लाखों भक्त आए थे। जहां एक ओर लोग पंडित जी की कथा का आनंद ले रहे थे, वहीं दूसरी ओर चोरों ने कथा स्थल पर हंगामा मचाते हुए लाखों रुपये के मंगलसूत्र, सोने-चांदी की चेन और महंगे मोबाइल फोन चोरी कर लिए।

कथा स्थल पर लगे साढ़े तीन सौ से अधिक पुलिस बल और अफसरों की ड्यूटी व्यवस्था के बावजूद, चोरों ने इस मौके का फायदा उठाया। एक सप्ताह के दौरान विशेष रूप से महिलाएं अपनी कीमती चीजें खो बैठीं। कोतवाली थानेदार सेक्टर 6 को एक दर्जन से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं। अब देखना यह है कि पुलिस इन चोरों को पकड़ने में कितनी सफल होती है।

चोरी की घटनाओं का विवरण
मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से आए भक्तों ने शिकायत की कि कथा सुनते समय उनके मंगलसूत्र, चेन और नकदी चोरी हो गई। कई महिलाएं अपने पर्स में रखे सामान को ब्लेड मारकर कटने और चोरी होने की भी शिकायत की।

दुर्ग पुलिस ने बताया कि उन्होंने चेन स्नेचिंग के मामले में एक शातिर चोर को पकड़ने में सफलता हासिल की है। यह सफलता सिंधिया नगर दुर्ग की एक साहसी महिला की सूझबूझ और साहस से मिली। महिला चोर के साथ भिड़ गई और चेन टूटकर नीचे गिर गई, जिससे चोर की पहचान की जा सकी। यह चोर पूर्व में रायपुर में रहता था और लव मैरिज के बाद हथखोज ट्रांसपोर्ट नगर में रह रहा था।

कथा स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था की कमी
कथा स्थल पर हुई चोरी की घटनाओं के बाद, पुलिस और आयोजकों पर सवाल उठने लगे हैं। पुलिस के अनुसार, जिन लोगों के साथ भी चोरी की घटनाएं हुई हैं, उन्होंने रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई है। पुलिस का कहना है कि वे चोरों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं और पीड़ितों से संपर्क कर रहे हैं।

इस बड़े धार्मिक आयोजन में हुई चोरी की घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। आयोजकों और पुलिस को इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी के साथ चोरी की घटना हुई है, तो वे थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराएं ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।

दुर्ग पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि चोरी की घटनाओं में शामिल पेशेवर चोरों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, जिससे उनकी पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। पुलिस ने लोगों से सावधान रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है।