37 बैंक खातों को फ्रिज करने पुलिस ने बैंक प्रबंधकों को लिखा पत्र

37 बैंक खातों को फ्रिज करने पुलिस ने बैंक प्रबंधकों को लिखा पत्र

July 25, 2024 Off By NN Express

जशपुरनगर, 25 जुलाई I महादेव सट्टा एप मामले पुलिस ने आरोपितों द्वारा काले कारोबार के लिए खुलवाए गए 95 बैंक खातों को फ्रिज करने के लिए बैंक प्रबंधकों को पत्र लिखा है। एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि फ्रिज किये गए बैंक खातों में 3 करोड़ 24 लाख 77 हजार रूपये जमा हैं। फ्रिज की कार्रवाई होने के बाद इन खातों में राशि जमा और निकासी नहीं कर सकेगें। इसके साथ ही पुलिस अब इस पूरे मामले के मास्टर माइंड तक पहुंचने की योजना बनाने में जुटी हुई है। एसपी शशि मोहन का कहना है कि अभी पुलिस अधिकारी आरोपितों द्वारा खुलवाए गए बैंक खातों की पड़ताल में जुटे हुए है। जो भी तथ्य सामने आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महादेव सट्टा एप के इस काले कारोबार से जुड़े आरोपित मनोज ताम्रकार और उसके दोनों बेटे सुकेस और चंद्रसेन ताम्रकार ने खूब चल और अचल संपत्ति बनाई है। बताया जा रहा है कि आरोपितों ने काले धान से झारखंड के रांची, ओडिशा के झारसुगड़ा, सुंदरगढ़ और मध्यप्रदेश में अचल संपत्ति अर्जित की है। एसपी शशि मोहन सिंह का कहना है कि आरोपितों के चल अचल संपत्ति की जांच आयकर विभाग के अधिकार क्षेत्र में आता है। इसलिए इस मामले की जांच आईटी विभाग द्वारा किया जाएगा।
लालच देकर फांसते थे जाल में
महादेव सट्टा से मिलने वाली रकम के ट्रांजेक्शन के लिए आरोपितों ने बैंक खातों की व्यवस्था भी आरोपित बड़े ही शातिर तरीके से किया करते थे। बताया जा रहा है कि आरोपित बैंक खाता खुलवाने के लिए तपकरा के आसपास के गांव में रहने वाले उन लोगों को अपने जाल में फांसा करते थे जिन्हें बैकिंग सिस्टम की जानकारी नहीं होती थी। ऐसे लोगों को खाता खुलवाने के लिए 2 से 5 हजार रूपये का लालच देने के साथ ही,कुछ परिचितों को अपना बैंक खाता होल्ड हो जाने की झूठी जानकारी देकर भी खाते का ट्रांजेक्शन के लिए उपयोग किया करते थे। जशपुर पुलिस की जांच में अब तक ऐस 95 बैंक खाते और 127 एटीएम कार्ड पुलिस ने जब्त किए हैं। बताया जा रहा है कि आरोपित जिले से कुछ लोगों का खाता अंबिकापुर के बैंकों में भी खुलवाया है। पुलिस अभी इनकी छानबीन में जुटी हुई है।

मामले में जांच की जा रही है। बैंक खातों को फ्रिज करने के लिए पत्र लिखा गया है। अगली कड़ी के नाम की तलाश करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। – शशि मोहन सिंह,एसपी,जशपुर