गांव में पक्की सड़क की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सरपंच का दिल्ली में अनोखा प्रदर्शन, लुढ़कते हुए पहुंचा नितिन गडकरी के निवास

गांव में पक्की सड़क की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सरपंच का दिल्ली में अनोखा प्रदर्शन, लुढ़कते हुए पहुंचा नितिन गडकरी के निवास

July 23, 2024 Off By NN Express

छत्तीसगढ़,23 जुलाई 2024। महासमुंद जिले में ग्राम पंचायत बंबूरडीह के सरपंच ने सड़क की मांग को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने 5 हजार चंदा इकट्ठा कर सरपंच शत्रुघ्न चेलक को दिल्ली भेजा है। जहां सरपंच सड़क पर लेटकर लुढ़कते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आवास पहुंचे। हालांकि उनसे मुलाकात नहीं हो पाई है।सरपंच शत्रुघ्न चेलक का कहना है कि, रामाडबरी से बावनकेरा गांव तक 2 किमी कच्ची सड़क है। सड़क नहीं होने के कारण लड़के-लड़कियों की शादी नहीं हो पाती और न ही इस गांव में कोई शादी करने के लिए तैयार होता है।

बंबूरडीह सरपंच शत्रुघ्न चेलक ने दिल्ली में किया प्रदर्शन।

ग्रामीण लगातार मंत्री से लेकर अधिकारियों से मांग कर थक चुके हैं।रामाडबरी गांव में बारिश के समय सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मरीजों को इमरजेंसी में चारपाई के जरिए अस्पताल ले जाना पड़ता है। बच्चे और शिक्षक स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। इस सड़क पर लगातार हादसे भी हो रहे हैं।

ग्राम रामाडबरी में करीब 800 की आबादी

बताया जा रहा है कि, पक्की सड़क बनाने के लिए साल 2023 में 2 करोड़ 53 लाख 71 हजार रुपए की राशि स्वीकृत हुई थी। बावजूद अब तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। जिसके चलते सड़क निर्माण नहीं हो पाया है। ग्राम पंचायत बंबूरडीह का आश्रित ग्राम रामाडबरी में करीब 800 की आबादी है।

राजस्व रिकॉर्ड में नहीं है गांव

सरपंच चेलक अपनी पत्नी के साथ 17 जुलाई को दिल्ली के लिए निकले थे। जब वहां किसी भी केंद्रीय मंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई, तो 21 जुलाई को प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि, आश्रित ग्राम रामाडबरी ​​​​​​​का नाम राजस्व रिकॉर्ड में नहीं है। भारत सरकार के नक्शा में नहीं है। गूगल में भी नहीं है। हमारे गांव का नाम राजस्व विभाग के रिकॉड में नहीं होने से सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। इसलिए गांव का नाम राजस्व विभाग में जोड़ा जाए। सड़क का निर्माण कराए जाए। उसका कहना है कि केंद्रीय मंत्री को सड़क बनवाते हुए न्यूज में देखता था, इसलिए उसी उम्मीद से आया हूं। जब तक मुलाकात नहीं होगी, यहीं रहूंगा।