अपडेट….सेशन कोर्ट से कैदी को भगाने की तैयारी, खोदी सुरंग
November 1, 2022जयपुर, 01 नवंबर । सेशन कोर्ट परिसर में कैदियों के लिए बनाई गई अस्थाई जेल के सटकर खोदी गई सुरंग मिली है। जिसकी जानकारी मिलने पर पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। हालांकि इस दौरान कैदियों के केन्द्रीय कारागार से यहां नहीं पहुंचने के चलते पुलिसकर्मी राहत की सांस भी लेते नजर आए। वहीं सुरंग को पत्थर और मिट्टी डालकर बंद कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार सेशन कोर्ट परिसर में स्थित विभिन्न अदालतों में पेशी के लिए केन्द्रीय कारागार से कैदी लाए जाते हैं। ऐसे में यहां उनके लिए अस्थाई जेल बनाई गई है।
जहां उनकी पेशी के दौरान रखा जाता है और शाम को एक साथ बस के जरिए वापस केन्द्रीय कारागार ले जाया जाता है। बीते दिन रविवार होने के चलते कोर्ट परिसर में पक्षकारों की आवाजाही नहीं थी और वकीलों के अलावा अन्य लोग भी नहीं थे। ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि मौका देखकर किसी कैदी के साथियों ने सुरंग खोदी है। हालांकि अस्थाई जेल के भीतर पक्का फर्श होने के चलते सुरंग का मुंह जेल में अंदर नहीं खुल पाया। यह भी संभावना है कि कैदियों को यहां बंद करने के बाद अंदर से सुरंग के ऊपर कैदी वजन डालते और सुरंग खुलने पर फरार होने की कोशिश करते।
गौरतलब है कि जेल प्रशासन की ओर से रोजाना बड़ी संख्या में विचाराधीन कैदियों को पेशी के लिए सेशन कोर्ट लाया जाता है। यहां अस्थाई जेल में बंद करने से पहले एहतियातन पुलिसकर्मी मौका-मुआयना करते हैं। सेशन कोर्ट परिसर से आरोपितों की भागने की कोशिश की घटनाएं पूर्व में भी कई बार हो चुकी है। हाल ही में चैक अनादरण मामले के आरोपित ने सिपाही का हाथ छुड़ाकर पहली मंजिल से नीचे कूदकर फरार होने की कोशिश की थी, लेकिन वहां मौजूद एक वकील भी उसके साथ ही नीचे कूद गया और आरोपी को पकड लिया। इससे पूर्व कई साल पहले अस्थाई जेल से भी कैदी ने भागने की कोशिश की थी, लेकिन वह भी पकडा गया था।
रात को सिर्फ दो कर्मचारियों के भरोसे
सेशन कोर्ट में शाम छह बजे से सुबह आठ बजे तक दो कर्मचारी रहते हैं। हालांकि पहले यहां पुलिस चौकी थी। जिसमें चौबीस घंटे पुलिसकर्मी मौजूद रहते थे, लेकिन 7 मार्च 2013 को वकील आंदोलन के दौरान चौकी को जला दिया गया था और उसके बाद से यहां सुरक्षा की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है।
सीएमएम से मांगी रिपोर्ट
डीजे, द्वितीय ज्ञान प्रकाश गुप्ता का कहना है कि सूचना मिलने पर मौके का निरीक्षण किया गया है। मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट को इस संबंध में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से बैठक कर रिपोर्ट देने को कहा है। सुरक्षा व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा करेंगे।