एनटीपीसी का धनरास बांध फूटा, लगभग 50 किसानो के खेत में भरी राख

एनटीपीसी का धनरास बांध फूटा, लगभग 50 किसानो के खेत में भरी राख

July 2, 2024 Off By NN Express

(कोरबा) एनटीपीसी का धनरास बांध फूटा, लगभग 50 किसानो के खेत में भरी राख
कोरबा : कोरबा अंचल में राखड़ की समस्या गंभीर पायदान पर पहुंच चुकी है। इसी कड़ी में एनटीपीसी कोरबा का धनरास राखड़ बांध अचानक फूट गया। सैकड़ों टन राखयुक्त पानी आसपास के किसानों के खेतों तक जा पहुंचा। हवा में घुली राख इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के फेफड़े तक तो पहले से ही पहुंच रहा है और अब फसल भी चौपट हो गई है। करीब 40 एकड़ खेत में किसान बुआई कर चुके थे, जो पूरी तरह राख की परत से ढंक गया।
कोरबा के जमनीपाली एनटीपीसी की 2600 मेगावाट क्षमता की विद्युत संयंत्र संचालित है। यहां प्रतिदिन औसतन 40 हजार टन कोयले की खपत होती है। इससे उत्सर्जित होने वाली राख की शत-प्रतिशत उपयोगिता सुनिश्चित नहीं हो पाने की वजह से अभी भी राखड़ बांध में पाइप लाइन के माध्यम से राख भेजा जा रहा हैं। स्थानीय किसानों ने आरोप लगाते हुए बताया की धनरास राखड़ बांध में क्षमता से अधिक राख भरा चुका है और अब बांध की ऊंचाई बढ़ाकर राख डंप किया जा रहा हैं। क्षमता से अधिक राख होने की वजह से वर्षा पानी का दबाव तटबंध झेल नहीं सका और उसका एक हिस्सा टूट गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसारबांध के फूटने की वजह से राख का सैलाब पानी के साथ बह कर निकल रहा था। देखते ही देखते आसपास के खेतों के मेढ़ तक राख पट गए। अभी कुछ दिनों पहले ही किसानों ने काफी मेहनत कर बोआई की थी। नाराज किसान मुआवजा और एनटीपीसी प्रबंधन पर कार्यवाही की मांग को लेकर राखड़ बांध में ही धरने पर बैठ गए। प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार दर्री जानकी काटले, हल्का पटवारी बाबूलाल कोरवा और जितेन्द्र कुमार क्षतिग्रस्त बांध स्थल पहुंच कर नुकसान हुए खेतों का जायजा लिया। टीम ने सर्वे किया।
इस दौरान 45 से 50 किसानों का खेत राखड़ से प्रभावित होना पाया गया। क्षेत्र के लोगों को अधिकारियों ने आश्वासन दिया हैं कि यदि प्रबंधन की लापरवाही से यह घटना हुई है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही अवश्य की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि एनटीपीसी से सभी प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। तब कहीं जाकर नाराज किसान शांत हुए और आंदोलन समाप्त हुआ।