गृहमंत्री नक्सलवाद खत्म करने विपक्ष से सुझाव मांगते हैं, देने पर तिलमिलाते हैं : धनंजय

गृहमंत्री नक्सलवाद खत्म करने विपक्ष से सुझाव मांगते हैं, देने पर तिलमिलाते हैं : धनंजय

May 29, 2024 Off By NN Express

रायपुर । प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि गृहमंत्री प्रेस वार्ता करके बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और जनता को गुमराह करते हैं। गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलवाद खत्म करने के लिए विपक्ष से सुझाव मांगे थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने नक्सलवाद खत्म करने के लिए जो सुझाव दिए उसके बाद गृहमंत्री उस पर अमल करने के बजाय कहते है कि उन्हें विपक्ष की सलाह की आवश्यकता नहीं है सरकार नक्सल खत्म करने में सक्षम है फिर सलाह क्यों मांगे? नक्सल मामले में भाजपा की सरकार सिर्फ राजनीतिक बयान बाजी कर रही है और प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है।

धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि गृहमंत्री विजय शर्मा हर दिन नया बयान देते हैं कभी कहते हैं कि नक्सलियों के साथ वो वीडियो कॉलिंग से चर्चा करेंगे?“ कभी वह कहते हैं कि नक्सली उन्हें सुझाव दें कि नक्सलवाद छोड़ने के लिए सरकार से क्या अपेक्षा रखते हैं? कभी कहते हैं गोली मारेंगे, कभी कहते हैं कि नक्सलवाद समस्या का हाल एनकाउंटर नहीं है, गृहमंत्री खुद कन्फ्यूज्ड हैं इसीलिए नक्सलवाद पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं। राज्य सरकार को अपनी नक्सली नीति को स्पष्ट करना चाहिए और सभी को साथ लेकर नक्सलवाद खात्मे की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के पास नक्सलवाद को खत्म करने के लिए कोई ठोस नीति नहीं है। पूर्ववर्ती सरकार के द्वारा शुरू की गई विश्वास विकास और सुरक्षा के नीति जो नक्सलवाद पर गहरा प्रहार किया था जिसके कारण नक्सली गतिविधियों में 65 प्रतिशत, जवानों की शहादत पर 80 प्रतिशत कमी आई थी। कोंडागांव जिला अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र से बाहर हुआ था। सैंकड़ो की संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण किए थे और नक्सल प्रभावित क्षेत्र की जनता का विश्वास सरकार के प्रति था। प्रदेश नक्सलवाद समाप्ति की ओर था। उस नीति को भाजपा की सरकार ने बंद कर दिया है। जिसका परिणाम है आये दिन नक्सली हमले हो रहे हैं जवानों की शहादत हो रही है आम जनता भी मारे जा रहे हैं। नक्सलवाद को रोकने में नाकाम भाजपा सरकार के गृह मंत्री विपक्ष के सवालों का जवाब देने के बजाय आरोप लगाते हैं यह बेहद चिंताजनक स्थिति है।