छत्तीसगढ़: बजरंग दल नेता और एक युवती की हत्या, NH-343 किनारे मिली दोनों की लाश; प्रेम-प्रसंग में कत्ल की आशंका

छत्तीसगढ़: बजरंग दल नेता और एक युवती की हत्या, NH-343 किनारे मिली दोनों की लाश; प्रेम-प्रसंग में कत्ल की आशंका

May 27, 2024 Off By NN Express

बलरामपुर, 27 मई 2024। बजरंग दल के जिला सह संयोजक सुजीत सोनी और एक युवती को मार कर शवों को बलरामपुर-अंबिकापुर मुख्यमार्ग NH-343 किनारे फेंक दिया गया। बताया जा रहा है कि युवक और युवती के शव आस-पास ही मिले हैं। पूरा मामला बलरामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम डुमरखी जंगल का है। घटना के विरोध में शहर व्यापारियों ने शहर बंद कर दिया है वहीं लोगों ने चांदो चौक पर चक्काजाम कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक डुमरखी ढाबे से करीब 100 मीटर दूर जंगल में दोनों की लाश मिली है। युवक की पहचान व्यवसायी परिवार के सुजीत सोनी (25) और युवती की पहचान किरण काशी (20) निवासी बलरामपुर के रूप में की गई है।

व्यवसायी परिवार के युवक और युवती की लाश को जलाने की कोशिश की गई है। प्रेम-प्रसंग को लेकर हत्या की आशंका जताई जा रही है। वहीं मर्डर को लेकर लोगों में आक्रोश है। बलरामपुर के चांदो चौक पर चक्काजाम कर दिया है।

घटना की सूचना पर बलरामपुर एसपी डॉ. लाल उमेद सिंह मौके पर पहुंचे। एसपी ने बताया कि शुरुआती जांच में दोनों की हत्या की गई है। दोनों के गले और हाथ में निशान मिले हैं। अंबिकापुर से FSL की टीम बलरामपुर पहुंच रही है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। बलरामपुर थाना प्रभारी नरेंद्र त्रिपाठी की टीम मौके पर पहुंची।

युवक-युवती की हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला होने का अंदेशा है। सुजीत सोनी के पिता नंदलाल सोनी बलरामपुर के बड़े व्यवसायी हैं। वहीं युवती कॉलेज की छात्रा बताई गई है। परिस्थिति और साक्ष्यों से अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था। इसे लेकर ही दोनों की हत्या हुई है।

परिजनों के अनुसार सुजीत सोनी शाम को घर से निकला था और वापस नहीं लौटा। उसके मोबाइल पर कई बार फोन किया गया, लेकिन जवाब नहीं मिला। युवक की स्कूटी भी घटनास्थल के पास मिली है। युवक का मोबाइल भी शव के पास मिला है। 5 माह पहले भी बलरामपुर के एक व्यवसायी की लाश जंगल में अधजली हालत में मिली थी। पुलिस इस मामले का भी खुलासा नहीं कर सकी है।

घटना से एक 20 घंटे पहले युवक ने अपना स्टेटस बदला था जिसमें लिखा था कि जब ऊपर वाले का हाथ हो सर पर तो नीचे वालों से क्या डरना।