लोकसभा मतगणना प्रशिक्षण में शामिल हुए कलेक्टर

लोकसभा मतगणना प्रशिक्षण में शामिल हुए कलेक्टर

May 24, 2024 Off By NN Express

सारंगढ़-बिलाईगढ़।  लोकसभा निर्वाचन 2024 के मतगणना के लिए कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शुक्रवार को प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जिसमें कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धर्मेश कुमार साहू, उप जिला निर्वाचन अधिकारी अनिकेत साहू, नोडल अधिकारी स्वीप हरिशंकर चौहान शामिल हुए। जिले के दोनों विधानसभा सारंगढ़ और बिलाईगढ़ के गणना पर्यवेक्षकों और सहायकों को इसमें प्रशिक्षण दिया गया।

कलेक्टर साहू ने कहा कि यहां उपस्थित और अनुपस्थित सभी को मतदान सफलतापूर्वक निष्पादन करने पर बधाई। मतदान की अपेक्षा मतगणना कार्य सरल है। इस कार्य में भी सावधानी बरतनी है। सभी गणना कर्मी प्रत्याशी और उनके अभिकर्ताओं के साथ सौहार्द्रपूर्ण अच्छा व्यवहार करेंगे। डिजिटल डिवाइस कोई भी नहीं रखेंगे।

जिला मास्टर ट्रेनर चूड़ामणि गोस्वामी ने बताया कि विधानसभावार गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक, माइक्रो आब्जर्वर का टेबल में ड्यूटी थर्ड रेन्डमाइजेशन के आधार पर होगा। पहला रेन्डमाइजेशन 27 मई को, दूसरा 2 जून को और थर्ड रेन्डमाइजेशन 4 जून 2024 को सुबह 5 बजे रिटर्निंग अधिकारी/सहायक रिटर्निंग अधिकारी की उपस्थिति में किया जाएगा। सुबह 7 बजे से मतगणना परिसर में प्रवेश करना है। प्रवेश के दौरान किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल, कैमरा, डिजिटल घड़ी आदि प्रतिबंधित है। मतगणना कक्ष में प्रवेश के बाद बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बैठक व्यवस्था

अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ताओं के बैठने का क्रम पहले स्थान में राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल, दूसरा स्थान में राज्य से मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल का होगा।  प्रत्येक टेबल में एक अभिकर्ता होंगे। जिस टेबल का अभिकर्ता नियुक्त है, वह उसी टेबल में गणना का अवलोकन करेंगे।

सावधानी और अंतिम निर्णय

ईव्हीएम के सीयू बटन चालू करने पर डिस्प्ले में कुछ भी प्रदशित नहीं हो तो मशीन बंद कर बैटरी का परिवर्तन करेंगे। इसी प्रकार मतदान की समाप्ति के बाद क्लोज बटन नहीं दबा है तो अभिकर्ता के सामने क्लोज बटन दबाएंगे। उल्लेखनीय है कि क्लोज बटन दबाए बिना रिजल्ट प्रदर्शित नहीं होगा। अथवा कोई कारणवश तकनीकी त्रुटि आता है। अथवा टोटल बटन दबाने पर भिन्न-भिन्न रिजल्ट आए तो सहायक रिटर्निंग अधिकारी (एआरओ) को सूचित करेंगे। इसमें अंतिम निर्णय एआरओ का होगा।

गणना प्रक्रिया : 

गणना पर्यवेक्षक (सुपरवाइजर) सर्वप्रथम ईव्हीएम मशीन के सीरियल का मिलान करेंगे। प्रत्याशी या उनके अभिकर्ता (एजेंट) के सामने मशीन के एड्रेस टैग को फाडेंगे, सावधानीपूर्वक मशीन को चालू कर तारीख, समय की जानकारी देते हुए आगे बढ़ना है। अभ्यर्थी की संख्या, वोट की संख्या, पीठासीन द्वारा दर्ज संख्या और मशीन में बताए गए रिजल्ट मतों की संख्या का मिलान करना है।

व्हीव्हीपैट मशीन के पर्चियों को 25-25 का बंडल बनाना है और अतिरिक्त पर्ची का अलग से बंडल बनाना है। जैसे-55 पर्ची का 25-25 का दो बंडल और 5 का एक बंडल बनेगा। साथ ही अभ्यर्थी के एक ही बॉक्स में तीनों बंडल को रखा जाएगा।

शब्दों और अक्षरों में रिजल्ट का उद्घोष : 

गणना पर्यवेक्षक और सहायक मतों के परिणाम की घोषणा अभ्यर्थियों के क्रमवार जैसे कैंडिडेट-एक, कैंडिटेट-वन, मत की संख्या-बावन, मत की संख्या-फाइव टू, उच्चारण करेंगे। इसी प्रकार अन्य सभी अभ्यर्थी एवं नोटा के मतों की गिनती भी किया जाएगा।

परिणाम के बाद कागजी कार्यवाही : 

फार्म-17 ग के भाग-2 में गणना पर्यवेक्षक और सहायक सभी अभ्यर्थी के सूची, उनके द्वारा प्राप्त किए मतों की संख्या को भलीभांति भरकर अपना हस्ताक्षर करेंगे।

पारदर्शिता : 

जिला मास्टर ट्रेनर एस.आर. अजय ने बताया कि मतगणना प्रक्रिया के दोरान रिजल्ट में ओवर राइट या किसी प्रकार के कार्य में कमी होने पर कंट्रोलिंग अधिकारी द्वारा गणना पर्यवेक्षक को बदला दिया जाएगा या दंडित किया जाएगा।