प्रशासन की पहल से दो चरणों में 3412 मोतियाबिंद पीड़ित मरीजों का किया गया उपचार

प्रशासन की पहल से दो चरणों में 3412 मोतियाबिंद पीड़ित मरीजों का किया गया उपचार

May 1, 2024 Off By NN Express

जगदलपुर । शासन-प्रशासन की मंशा प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिले यह प्रमुख लक्ष्य रहा है, इसी के तहत बस्तर जिले में नेत्र से संबंधित बीमारी मोतियाबिंद से जिले को निजात दिलाने के लिए विगत वर्ष दो चरणों में सघन मोतियाबिंद जांच एवं उपचार अभियान संचालित किया गया। जिसमें जिले के कुल 3774 मोतियाबिंद पीड़ित मरीजों का चिन्हांकन कर 3712 मरीजों का ऑपरेशन किया गया। यही नहीं जिले में समीपवर्ती जिलों और अन्य क्षेत्रों के मरीजों को मिलाकर कुल 4198 मोतियाबिंद पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन किया गया। 

राज्य स्तर से गत वर्ष जिले को मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु 4500 का लक्ष्य आबंटित किया गया था, जिसके विरुद्ध 4198 मरीजों का ऑपरेशन कर लाभान्वित किया गया। कलेक्टर विजय दयाराम के. के निर्देशानुसार जिले में अब पुनः मोतियाबिंद जांच एवं उपचार अभियान चलाया जाएगा। ज्ञात हो कि कलेक्टर विजय द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बस्तर जिले को मोतियाबिंद मुक्त जिला बनाने हेतु विशेष प्रयास करने के साथ ही नेत्र चिकित्सा के लिए स्थापित विशेष अस्पताल अंबक की सुविधाएं मरीजों को जरूरत के अनुसार प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया है। कलेक्टर के निर्देश पर पूर्व में किये गए सघन सर्वे अभियान की तरह पुनः सघन मोतियाबिन्द सर्वे अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग के समस्त कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों को सघन सर्वे अभियान प्रारंभ कर नियमित रिर्पोटिंग करने के साथ ही संभावित मरीजों का सत्यापन कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल डिमरापाल एवं जिला महारानी अस्पताल में स्थित अंबक अस्पताल में ऑपरेशन करवाने के लिए निर्देश दिये गए हैं। ऑपरेशन के लिए मरीजों को लाने एवं घर तक पहुंचाने हेतु निःशुल्क आवागमन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

जिले को मोतियाबिंद मुक्त करने के लिए गत वर्ष की भांति अब तृतीय चरण में घर-घर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं मितानिनों के द्वारा सघन मोतियाबिन्द सर्वे अभियान चलाया जाएगा। गांवों में सर्वे कार्य हेतु पंचायत सचिवों एवं अन्य मैदानी अमले से भी समन्वय किया जाएगा। सर्वेक्षण कार्य का सफल क्रियान्वयन एवं सम्पूर्ण निगरानी खण्ड चिकित्सा अधिकारी व विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक तथा शहरी क्षेत्र में शहरी कार्यक्रम प्रबंधक के द्वारा किया जाएगा।

प्रशासन की ओर से इस सर्वे से पहले गत वर्ष 15 मई से 15 जून 2023 तक प्रथम चरण तथा 23 से 30 नवम्बर 2023 तक द्वितीय चरण में जिले के सातों विकासखण्ड के कुल 3712 मरीजों को उपचार उपरांत स्वास्थ्य लाभ हुआ। मोतियाबिंद सर्वे अभियान का लाभ जिले के अंदरूनी इलाकों के मरीजों को भी मिला। जिनमें एक देवकी ठाकुर थी जो कलेक्टर विजय से विकासखंड लोहंडीगुड़ा अंतर्गत दूरस्थ ग्राम हर्राकोडेर भ्रमण के दरमियान उनकी माताजी ने मिलकर आपरेशन की गुहार की थी। कलेक्टर के निर्देश पर कुछ ही दिन बाद देवकी का उपचार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में किया गया,अब देवकी अपने आखों से दुनिया देख रही है। देवकी ने स्वस्थ होने के बाद कलेक्टर को पुष्प भेंटकर ईलाज के लिए आभार व्यक्त की।

सर्वसुविधायुक्त विशेष चिकित्सालय अंबक में 1826 मरीजों का हुआ ईलाज : 

बस्तर जिले को मोतियाबिंद मुक्त जिला बनाने और मरीजों को नेत्र से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए बीते साल जिला अस्पताल में सर्वसुविधायुक्त विशेष अस्पताल अंबक प्रारंभ किया गया है,जिसमें अब तक 1826 मरीजों का मोतियाबिंद इलाज किया गया है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में नेत्र से संबंधित बीमारियों की उपचार सुविधा प्रदान की जा रही है।