एथेलेटिक्स : सौ और दो सौ मीटर की दौड़ में वाराणसी की रोशनी रही अव्वल

एथेलेटिक्स : सौ और दो सौ मीटर की दौड़ में वाराणसी की रोशनी रही अव्वल

October 23, 2022 Off By NN Express

लखनऊ, 23 अक्टूबर । केडी सिंह बाबू स्टेडियम में चल रही प्रदेश स्तरीय महिला एथेलेटिक्स व बैडमिन्टन प्रतियोगिता में प्रतिभागियों में काफी उत्साह देखने को मिला। 18 मंडलों से पहुंची प्रतिभागी दिनभर पदक के लिए पसीने बहाते रहे। 100 व दो सौ मीटर की रेस में वाराणसी की रोशनी अव्वल रही। 1500 मीटर की रेस में अयोध्या की साक्षी ने बाजी मार ली। वहीं डिस्कस थ्रो में आगरा की सीमा ने पदक जीता। प्रतियोगिता के समापन समारोह के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी लखनऊ सूर्यपाल गंगवार ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया । जिलाधिकारी ने एथलेटिक्स एवं बैडमिन्टन खेल में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान किया गया।

महिला एथलिट्स में 100 मीटर की रेस में वाराणसी की रोशनी प्रथम, लखनऊ की गुड़िया दूसरे, सहारनपुर की खुशी तीसरे स्थान पर रही। वहीं दो सौ मीटर रेस में भी रोशनी ने बाजी मार ली, जबकि सहारनपुर की खुशी दूसरे स्थान पर व अविका बलियान तीसरे स्थान पर रही। 400 मीटर रेस में वाराणसी की अमृता चौबे प्रथम, वाराणसी की ही खुशबू यादव दूसरे व देवी पाटन की अर्चना दूबे तीसरे स्थान पर रही। 800 मीटर रेस में लखनऊ की पुष्पा यादव प्रथम, सहारनपुर की दिव्यांशी दूसरे व कानपुर की यशी साचान तीसरे स्थान पर रहीं। 1500 मीटर रेस में अयोध्या की साक्षी सिंह प्रथम, सहारनपुर की दिव्यांशी दूसरे व कानपुर की यशी साचान तीसरे स्थान पर रही।

वहीं 3000 मीटर रेस में वाराणसी की रूबी पाल प्रथम, अयोध्या की साक्षी दूसरे व वाराणसी की चंचल यादव तीसरे स्थान पर रही। वहीं लम्बी कूद में मुरादाबाद की कनक चौधरी प्रथम, लखनऊ की अंशिका दूसरे, गोंडा की अपर्णा तीसरे स्थान पर रहीं। ऊंची कूद में गोंडा की मंसा प्रथम, बस्ती की अराधना दूसरे व वाराणसी की रिंकी तीसरे स्थान पर रही। वहीं डिस्कस थ्रो में आगरा की सीमा प्रथम, गोरखपुर की अर्चना दूसरे व गोरखपुर की नेहा तीसरे स्थान पर रही।

वहीं महिला एकल बेडमिंटन में आजमगढ़ की माया कुमारी ने वाराणसी की श्रेया को हरा दिया। पुरस्कार वितरण समारोह के उपरान्त के0डी0सिंह ’’बाबू’’ स्टेडियम में दीपावली के उपलक्ष्य पर दीपोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें एथलेटिक्स, हाकी, वालीवाल इत्यादि के ग्राउण्ड तथा पवेलियन में लगभग 5000 दिये जलाये गये।