कोरबा ब्रेकिंग: एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन ने शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की मनाई पुण्यतिथि

कोरबा ब्रेकिंग: एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन ने शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की मनाई पुण्यतिथि

March 24, 2024 Off By NN Express

(कोरबा) एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन ने शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की मनाई पुण्यतिथि

  • शहीद दिवस पर एटक कार्यालय बालको में आयोजित की गई संगोष्ठी
    कोरबा : एल्युमिनियम एम्पलाइज यूनियन (एटक) कार्यालय बालको में शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए 93वीं पुण्यतिथि मनाई गई। 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव को फांसी पर चढ़ा दिया गया था। इस शहीद दिवस पर एक संगोष्ठी का कार्यक्रम रखा गया, जिसमें सभी ने इन तीनों शहीदों की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगत सिंह ने जेल में रहते हुए लिखा था और वह 27 सितंबर 1931 को लाहौर के अखबार द पीपल में प्रकाशित हुआ था! मैं नास्तिक क्यों हूं!
    आज की तारीख में कई प्रकाशनों से भगत सिंह और उनके साथियों का साहित्य छप चुका है। वर्तमान को समझने के लिए और नये भविष्य को गढ़ने के लिए भी भगत सिंह और उनके साथियों के विचारों को पढ़ना आज बेहद जरूरी है। इंडियन बुक क्रॉनिकल, लेनिन एंड इंडिया, पीपुल्स पाथ पत्रिका, शहीदे आजम की जेल नोट बुक, लेफ्ट वर्ड, भगत सिंह पर भारत और विदेश में लिखी गई गंभीर किताबों की संख्या भी कम से कम 50 है। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव एक गरीब परिवार में पैदा हुए और बचपन से ही उनके दिल और दिमाग में भारत देश के प्रति प्रेम रहा और देश को अंग्रेजों से आजाद करने का एक क्रांतिकारी जुनून रहा। उन्होंने देश को आजाद करने के लिए युवाओं में जोश भरते हुए युवाओं को जागरूक किया। देश को आजाद कराने में और भारत देश में क्रांति लाने में इनकी प्रमुख भूमिका रही। लाहौर षड्यंत्र की साजिश में अंग्रेजी शासन ने इन्हें फांसी की सजा सुना दी और अंत में भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव फांसी को चूमते हुए फांसी पर चढ़ गए। भगत सिंह ने फांसी में चढ़ने से पहले नारा दिया इंकलाब जिंदाबाद साम्राज्यवाद मुर्दाबाद।
    शहीद दिवस के अवसर पर राज्य एटक के महासचिव कामरेड हरिनाथ सिंह, सचिव एम.एल. रजक, एल्युमिनियम एल्युमिनियम इंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष एस.के. सिंह, महासचिव सुनील सिंह, पवन कुमार वर्मा, धर्मेंद्र सिंह, अनूप सिंह, धर्मेंद्र शाह, फुलेंद्र पासवान, परितोष यादव, इंद्राणी श्रीवास, विजय लक्ष्मी चौहान, अजय कश्यप, रामेश्वर टंडन, पप्पू यादव, जितेंद्र कुर्रे, बलदेव मिरी, वकील राम, सुग्रीव यति, विक्रम सिंह, मनोज प्रजापति सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।